उत्तरकाशी में दलित उत्पीड़न, पीड़ित के घर पहुंचे अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य अंजू बाला और पूर्व सांसद तरुण विजय

पीड़ित दलित युवक आयुष के परिजनों से आयोग की सदस्य ने वार्ता की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार दलित उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगी। इस मामले में धामी सरकार ने उचित व त्वरित कार्यवाही की है। सभी के साथ न्याय होगा। उन्होंने बताया कि कल जिलाधिकारी के हस्ताक्षर से एक लाख पच्चीस हजार रुपये मुआवजे की प्रथम किस्त पीड़ित को मिल जाएगी। तरुण विजय ने कहा कि जहां आयुष पर हमला हुआ था, वहां कौल मंदिर तक पक्की सड़क बननी चाहिए और आयुष को सरकारी नौकरी में लाना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि पुष्कर धामी सरकार ने त्वरित कार्यवाही कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया है। विषैले शब्द प्रयोग करने वाले समाज तोड़क अराजक लोग हैं। हिंदू समाज के धार्मिक नेताओं को इस विषय में सक्रिय होकर दलितों के दुख का शमन करना चाहिये। उनका मौन घातक है। आयोग सदस्या अंजू बाला ने कहा वे यहाँ की रिपोर्ट राष्ट्रपति को देंगी। शिक्षा एवं चिकित्सा व पुलिसकर्मी अधिकारियों द्वारा यदि लापरवाही दिखाई गयी तो कड़ी कार्यवाही होगी। तरुण विजय ने अनुसूचित आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला को हार्दिक धन्यवाद एवं साधुवाद दिया कि आयोग की यात्रा तुरंत करवाकर हिंदू समाज को बाँटने का कुचक्र करने वाले तत्वों का षड्यंत्र उन्होंने विफल कर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है मामला
जनपद उत्तरकाशी के मोरी थाना क्षेत्र के ग्राम बैनोल में मंदिर में प्रवेश करने पर गांव के ही अनुसूचित जाति के युवक की पिटाई करने और उसे कोयले से दागने का मामला हाल ही में सामने आया था। आरोप है कि गांव के ही कुछ सवर्ण युवाओं ने अनुसूचित जाति के युवक को मंदिर के अंदर करीब 16 घंटे तक बंधक बनाए रखा। लकड़ी के जलते कोयले से दागा गया और बीच-बचाव करने आए युवक के पिता के सामने ही उसके कपड़े फाड़ दिए व नंगा कर पीटा। गंभीर घायल युवक को मोरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में उपचार दिया गया। जहां से उसे देहरादून रेफर कर दिया गया। वहीं, इस मामले में मोरी थाना पुलिस ने बैनोल गांव के पांच युवकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दलितों को मंदिर में प्रवेश कराने के प्रयास में तरुण विजय पर हो चुका है हमला
तरुण विजय के मुताबिक, उनके बुलाये जाने पर अनुसूचित आयोग की वरिष्ठ सदस्य एवं पूर्व सांसद अंजू बाला 16 जनवरी को उनके साथ उत्तरकाशी के मोरी गांव जाएंगी। तरुण विजय प्रदेश वि देश के अन्य भागों में दलित उत्पीड़न के विरुद्ध लड़ते रहे हैं। मई 2016 में वे दलितों के मंदिर प्रवेश के लिए जौनसर बावर गये थे। वहां उन पर भीषण पथराव किया गया। घायल होने पर वह एक माह अस्पताल में भर्ती रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तब वह सांसद थे और आज तक हमले की जांच का कुछ पता नहीं है। पूर्व राज्यसभा सदस्य तरुण विजय को सामाजिक समरसता के लिए आरएसएस के पदाधिकारियों ने प्रशंसित किया है। उन्होंने कहा हिंदू समाज एक है और जातिभेद का विष फैलाने वाले हिंदू धर्म के शत्रु हैं। दलित हिंदू धर्म के पराक्रमी योद्धा एवं हमारे पूज्य हैं उनपर हमला हमारे धर्म पर हमला है।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।