निरस्त भर्तियों पर वन मंत्री से मिला वन दरोगा भर्ती के अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल
उत्तराखंड में वन दरोगा भर्ती परीक्षा को निरस्त करने के विरोध में अभ्यर्थियों में रोष व्याप्त है। वन मंत्री सुबोध उनियाल के कार्यालय पर कांग्रेस नेता व सामाजिक कार्यकर्ता अभिनव थापर के नेतृत्व में वन दरोगा भर्ती के अभ्यर्थियों के प्रतिनितिमंडल ने मिलकर अपना पक्ष रखा। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया और कहा कि इस पर वह मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे। न्याय संगत जो भी निर्णय होगा उसे जनहित में लिया जाएगा। वन मंत्री ने यह भी कहा है कि हताश होने की जरूरत नही है। आवेदकों के भविष्य के लिए अच्छा होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)इस मौके पर अभिनव थापर ने कहा कि परीक्षा में मेरिट में आए अभ्यर्थियों के साथ न्याय होना चाहिए। एकतरफा परीक्षा निरस्त करना गलत है। इस पर पुर्नविचार कर दोबारा जांच होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि यह भर्ती 2019 में शुरू हुई थी। 52 हजार अभ्यर्थियों ने ये परीक्षा दी। उसके बाद इनकी मेरिट लिस्ट आई। सब फाइनल होने के बाद 316 लोगो की भर्ती कैंसल हो गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी प्रोसेस में तीन साल से अधिक का समय लग गया। सुप्रीम कोर्ट में भी यह एक नियम है कि segregation करके भर्ती की जा सकती है। प्रतिनिधीमंडल में मनोज शर्मा, अभिषेक सजवान, गौरव भट्ट, कुणाल किशोर, इप्सा भट्ट, प्रतिभा मैखुरी, परिसी थपलियाल, वर्णिका नौटियाल, योगेश सती, संजय सिंह रावत आदि अभ्यर्थी शामिल रहे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।



