चीन और अमेरिका समेत दुनिया में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सतर्क, राज्यों को जारी किए ये निर्देश

हालांकि, कोरोना की रिपोर्ट दर्ज करने वाले आरोग्य सेतु को आठ दिसंबर से अपडेट ही नहीं किया गया है। वहीं, उत्तराखंड में भी स्वास्थ्य महकमे ने 14 दिसंबर के बाद से कोरोना की रिपोर्ट मीडिया को देनी बंद कर दी है। ऐसे में साफ नजर आ रहा था कि केंद्र से लेकर राज्य अब कोरोना के मामलों में लापरवाह होने लगे हैं। बता दें कि भारत में अभी भी हफ्ते में कोरोना के 1200 नए केस सामने आ रहे हैं, जबकि दुनियाभर में 35 लाख मामले वीकली रिपोर्ट हो रहे हैं। यानी पब्लिक हेल्थ चैलेंज अभी खत्म नहीं हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की तरफ से NCDC और ICMR को चिट्ठी लिखी गई है। इसमें कहा गया है कि सभी राज्यों को जीनोम सीक्वेंसिंग पर जोर देना होगा। उन्होंने कहा है कि अगर कोरोना के नए वैरिएंट्स की समय रहते पहचान करनी है, इसके लिए जीनोम सीक्वेंसिंग जरूरी है। राज्यों को भी निर्देश दिया गया है कि वे जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे। इस समय देश में कोरोना के मामले ज्यादा नहीं हैं, मौते भी काफी कम हो गई हैं, लेकिन पूरी दुनिया में ये वायरस फिर पैस पसार रहा है, ऐसे में सरकार भी कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विश्व के कई बड़े देशों में कोरोना के केस अचानक बढ़ गए हैं। खासकर अमेरिका, ब्राजील, चीन, कोरिया और जापान में कोरोना के केस में अचानक इजाफा देखा जा रहा है। इससे केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. सरकार ने सभी राज्यों से सतर्क रहने को कहा है।केंद्र सरकार को शक है कि कहीं कोरोना का नया वेरियंट तो नहीं है, जिससे आने वाले दिनों में केस में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। केंद्र ने राज्यों की सरकारों से कहा कि जिस तरह से विश्व के कई देशों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उससे समझा जा सकता है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में कोरोना के ट्रेंड की निगरानी जरूरी है।

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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।