ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी शुरू, पेशेवरों और शोधकर्ताओं को जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम
इस तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए एम्स ऋषिकेश की निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर
मीनू सिंह ने कहा कि आज के समय में भावी इंजीनियरों को रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और कंप्यूटर इंटीग्रेशन को लेकर चलना है। यह वे क्षेत्र है जहां अपार संभावनाएं छुपी हुई है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वे ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ कॉलेबोरेटिव रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम करेंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि आईआरडीई के निदेशक डॉ अजय कुमार ने कहा कि वे इनके साथ मिलकर कंप्यूटेशनल इंटीग्रेशन को पब्लिक पार्टनरशिप मॉडल के तौर पर सुचारू तरीके से चलाएंगे। उनका पूरा जोर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में होगा जहां वे ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के छात्रों की मदद से डिजाइन डेवलपमेंट और ट्रेनिंग के माध्यम से समाज की बेहतरी के लिए कार्य करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जेएनयू की प्रोफेसर डॉ डी.के. लोबियाल ने अपनी प्रस्तुति में कंप्यूटेशनल और कोलैबोरेटिव इंजीनियरिंग पर चर्चा की। कार्यक्रम में प्रो. चांसलर ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी प्रोफेसर डॉ जे.कुमार, कंप्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष दिब्यहाश बोरदोलोई, डॉ कमलेश सिंह समेत काफी तादाद में शिक्षक और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। तीन दिन की अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में 50 से ज्यादा शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।