जम्मू-कश्मीर के पंचायत प्रतिनिधियों ने की पंचायत मंत्री सतपाल महाराज से भेंट, ऐसी फसल का करें उत्पादन, जिसे बंदर ना खाएं

देहरादून में गौरव होटल में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से आपको चुनाव का अधिकार मिला है और पंचायतों का गठन संभव हो पाया है। इसलिए अब पंचायतों को सशक्त करने के लिए आपको बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय पंचायत राज मंत्री गिरिराज सिंह के प्रयासों से पंचायतों को सशक्त करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इस व्यवस्था के तहत पंचायत प्रतिनिधियों को कई अधिकार दिए जा रहे हैं। 29 विषय हैं जिन्हें पंचायतों को कंट्रोल करना है और अपने क्षेत्र का विकास करना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पंचायत मंत्री ने उत्तराखंड में पंचायती राज विभाग की ओर किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए कश्मीर से आए पंचायत प्रतिनिधियों को पंचायतों के सशक्तिकरण का मंत्र दिया। कहा कि आप भी अपने पंचायतों की आय बढ़ाने का उपाय करें और उस आय से पंचायतों का विकास करें। ऐसी फसलों का उत्पादन करें, जिसे बंदर नुकसान न पहुंचा सकें। मालाबार नीम, नींबू, आंवले आदि को लगायें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि हमारे सम्मुख इस समय सबसे बड़ी चुनौती पंचायतों को स्वच्छ रखने की है। इस विषय में भी हमें प्रमुखता से सोच रहे हैं। आपके यहां जो पंचायतों के सशक्तिकरण का मॉडल आया है उसमें सब को सम्मिलित होना चाहिए। इस अवसर पर पंचायती राज विभाग के संयुक्त निदेशक राजीव नाथ त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी विद्या सिंह सोमनाल सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।