संविधान दिवस पर कांग्रेस मुख्यालय में दिलाई शपथ, प्रदेश अध्यक्ष माहरा बोले- देश का संविधान भारत की आत्मा

संविधान दिवस की गोष्ठी के अवसर पर सबसे पहले संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उपस्तिथ सभी कार्यकर्ताओं को सविधान दिवस की शुभकामनाएं दी। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि आजादी के बाद हमारे पास अपना कोई संविधान नही था, इसलिए इसको बनाने के लिए एक संविधान सभा का गठन किया गया। इसमें पंडित जवाहर लाल नेहरू, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद बाबा सहाब. भीमराव अंबेडकर, सरदार बल्लभ भाई पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, मौलाना अबुल कलाम आजाद, आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे। संविधान की ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर थे, इसलिए उन्हें संविधान निर्माता कहा जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
माहरा ने कहा कि संविधान दिवस के अवसर पर हम सबको जीवन भर अपने मौलिक अधिकारों एवं कर्तब्यों के साथ-साथ कानून का पालन करने का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश का अच्छा और जिम्मेदार नागरिक बनने से न सिर्फ संविधान का मकसद पूरा होगा, बल्कि संविधान निर्माताओं के सपनों के राष्ªट का निर्माण भी होगा। डॉ. अम्बेडकर जी ने संविधान निर्माण में प्रमुख भूमिका का निर्वहन करते हुए भारत निर्माण की मजबूत नींव रखी थी। उन्होंने समाज के कमजोर एवं उपेक्षित वर्ग के लोगों के जीवन स्तर को उठाने के लिए संविधान में व्यवस्था करके सराहनीय कार्य किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर देश में सामाजिक समरसता की स्थापना करना चाहते थे उन्होंने भारत के संविधान निर्माण केे साथ-साथ समाज में फैली कुरीतियों के विरूद्ध भी अपनी आवाज बुलंद की। डॉ. अम्बेडकर ने देश के युवा वर्ग को संदेश दिया कि खुद उठो, दूसरों को उठाओ और शिक्षित बनो, संगठित होकर समाज के हित में संघर्ष करो। उन्होंने कहा कि हम सब को मिलकर उनके बताये हुए रास्ते पर चल कर एक शक्तिशाली भारत के निर्माण के उनके सपने को साकार करने के लिए अपनी सहभागिता निभानी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री करन माहरा ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संविधान की शपथ दिलाई। इस असवर पर सेवादल द्वारा झण्डारोहण करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। तत्पश्चात सेवादल की टुकडी ने बन्दे मातरम, ध्वजगीत एवं राष्ट्रगान प्रस्तुत किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने कहा कि भारत बहु धर्मी बहु भाषीय बहु जाती बहु संस्कृतियों व बहु खान पान वाला देश है। उन्होंने कहा कि भारत की यह बहुआयामी विविधिता हमारी धरोहर है और इस धरोहर को अक्षणु रखने की जमानत हमारा संविधान देता है। इसकी प्रस्तावना में ही सभी नागरिकों को अपने अपने धर्म, अपनी संस्कृति, अपने रीति रिवाज का पालन करने की स्वतंत्रता के साथ साथ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व आगे बढ़ने के समान अवसर की गारंटी दी गयी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि आज के सत्ताधीश नागरिकों के इन सभी मौलिक अधिकारों का हनन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संविधान की कसम खा कर संवैधानिक पदों पर बैठे लोग ही संविधान का उलंघन कर रहे हैं और यही सबसे बड़ा खतरा देश के संविधान को है। उन्होंने कहा कि देश के सभी धर्मावलंबियों को अपनी अपनी धार्मिक ग्रंथ को मानने की स्वतंत्रता है, लेकिन देश के सभी नागरिकों का एक सर्वमान्य ग्रंथ है जो देश का संविधान है। इसे मानना सभी देशवासियों का राष्ट्रीय कर्तव्य है। आज सबसे बड़ा संकट यह है कि हम संविधान को तो मानते हैं, परंतु जो वह परिभाषित करता है हम उसे नहीं मानते। इसलिए आज संविधान दिवस के अवसर पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम संविधान का सम्मान करते हुए उसके सभी निर्देशों को मानेंगे भी और उनका पालन भी करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पूर्व मंत्री श्री हीरा सिंह बिष्ट ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए यह अपेक्षा करी कि पार्टी के इतिहास, आज़ादी के इतिहास के साथ साथ संविधान में प्रदत्त अधिकार व कर्तव्यों के बारे में आम जन को बताने के लिए पार्टी स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इस अवसर पर डॉक्टर प्रदीप जोशी, हेमा पुरोहित, डॉक्टर अरुण तिवारी, आशा टम्टा, सुजाता पॉल, याकूब सिद्दीकी, नवीन जोशी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। प्रदेश महिला कांग्रेस सचिव पिया थापा, प्रदेश सचिव जगदीश धीमान, पार्षद इलियास अंसारी समेत अनेक पार्टी पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महानगर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी ने किया।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।