अपराधी की जात और धर्म ना देखो, नाना ने दो साल के नाती का काटा गला, मां, दादी और ताई ने दरवाजा बंद कर बचाई जान

घटना सोमवार दोपहर के आसपास की है। गर्गुवा गांव के सोप तोक निवासी वंश कुंवर (2 वर्ष) पुत्र रमेश सिंह कुंवर को उसकी मां कविता कुंवर ने नहलाया। बच्चे को नहलाने के बाद वह घर के आंगन में धूप में बच्चे की तेल मालिश कर रही थी। तभी वंश का रिश्ते में नाना लगने वाला गगन सिंह (30 वर्ष) निवासी कोट छापरी, जिला दार्चुला नेपाल धारदार हथियार के साथ उसके पास पहुंचा और धारदार बड़ी दरांती से वंश के गले में वार कर उसे काट डाला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बेटे पर अचानक हुए हमले को देख मां कविता कुछ समझ पाती, इससे पूर्व ही सनकी नाना ने उस पर भी हमला करने का प्रयास किया। वह किसी तरह बचकर घर के अंदर कमरे में घुस गई और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया। उसके बचाने की पुकार सुनकर वंश के दादा कुशल सिंह कुंवर (60 वर्ष) घर से बाहर निकले तो आरोपी ने उन पर भी धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। कुशल सिंह ने बचाव किया। इस दौरान हमले से उसके दोनों हाथ लहूलुहान हो गए। बाएं हथेली की दो अंगुलियां कट गईं। इसके अलावा शरीर के अन्य अंगों में भी गंभीर चोट आ गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गगन के तांडव को देख कर मृतक वंश की दादी, ताई ने भी कमरे में खुद को बंद कर जान बचाई। कातिल गगन सिंह इस घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया। घटना के समय मृतक का पिता रमेश सिंह अपने मवेशियों के साथ जंगल गया था। घटना की सूचना ग्रामीणों ने कोतवाली धारचूला को दी। सूचना मिलते ही कोतवाल कुंवर सिंह रावत, पुलिस दल और राजस्व दल के साथ घटनास्थल पहुंचे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नेपाल निवासी हत्यारोपी गगन सिंह 30 वर्ष, वंश के दादा कुशल सिंह कुंवर के बड़े भाई स्व. भीम सिंह का साला है। भीम सिंह की पत्नी कैंची देवी उसकी बड़ी बहन है। भीम सिंह और कुशल सिंह का परिवार अभी संयुक्त परिवार है। वह एक दिन पूर्व ही नेपाल से अपनी बहन के घर गर्गुवा गांव के सोप तोक में आया था। मृतक वंश रिश्ते में उसका नाती लगता है। घायल कुशल सिंह रिश्ते का जीजा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुलिस ने बताया कि रात करीब साढ़े आठ बजे आरोपी को गांव के समीप जंगल से पकड़ लिया गया। वारदात के पीछे वजह जानने के लिए आरोपी से पूछताछ की जा रही है। एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने उसकी बड़ी बहन कैंची देवी के साथ कविता का झगड़ा होने की बात कही है। इसी को लेकर उसे सनक सवार हुई और वह बदला लेने आ गया।
पढ़ेंः अपराध को धार्मिक चश्मे से ना देखो, यहां पिता ने ही की थी बेटी की हत्या, फिर सूटकेस में टुकड़े डालकर सड़क पर फेंका

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।