उत्तराखंड के प्रसिद्ध रंगकर्मी और गायक आलोक मलासी की आवाज में गढ़वाली गीत के रूप में उनकी नई प्रस्तुति- झणिं किलै कि, का आनंद उठाइए। आलोक मलासी केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक हैं और देहरादून के जोगीवाला में रहते हैं। इस गीत को उन्होंने खुद ही कंपोज किया है। उनके साथ गायन में अंजली खरे ने साथ दिया है। संगीत संयोजन रंजीत सिंह का है। गीत को चंद्रकांता मलासी ने लिखा है। इसमें कलाकार सिध रतूड़ी और ऐशा बिष्ट हैं। साथ ही निर्देशन दीपक शर्मा का है। गीत को पहाड़ों की वादियों में खूबसूरती से फिल्माया गया है। इस गीत को यू ट्यूब चैनल में दशहरे के दिन पांच अक्टूबर को जारी किया गया। (वीडियो में देखें और सुने गीत)
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।