19वें दिन भी जारी रहा युवा यूकेडी का धरना, अनशन का आज पांचवां दिन, भर्ती घोटाले की सीबीआइ जांच की मांग
इस मौके पर वरिष्ठ नेता रेखा मियां ने कहा कि सरकार ने विवादित भर्ती परीक्षाओं के विषय में कोई भी स्पष्ट निर्देश नहीं दिया है। यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता कि युवा, मातृशक्ति सब आज सड़कों पर हैं। प्रमिला रावत ने कहा उत्तराखंड क्रांति दल की वह दल है, जिसने आंदोलन किया और यह राज्य बनाया। यह विडंबना देखिए कि जिस उद्देश्य के लिए इस राज्य का निर्माण किया गया था वह तो पूरा हुआ, नहीं उल्टा राज्य के लोगों को सड़कों पर नारे लगाने के लिए मजबूर कर दिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वरिष्ठ आंदोलनकारी नेता शकुंतला रावत ने कहा सरकार सीबीआइ जांच के आदेश इसलिए नहीं दे रही है कि इन भर्ती धांधली के पीछे कई सफेदपोश के नाम आ रहे हैं। वहीं, धरने को खत्म करने के लिए विभिन्न प्रकार की साजिशें की जा रही हैं। हम यह सरकार को बता देना चाहते हैं कि उत्तराखंड क्रांति दल पहले राज्य बनाने के लिए लड़ा और अब उसी राज्य को बचाने के लिए एक और आंदोलन 1994 की तर्ज पर किया जाएगा। इसका पूर्ण दायित्व सरकार का ही होगा। धरने पर पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक बीडी रतूड़ी जी, राजेंद्र बिष्ट, जय प्रकाश उपाध्याय, किरण रावत, प्रीति थपलियाल, राजेश्वरी रावत, मंजू बहुगुणा, सरोज कश्यप, ममता, संजीव भट्ट, मोहन सिंह भंडारी, बिपिन रावत, जितेंद्र पवार आदि बैठे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।