उत्तराखंड में विभिन्न भर्तियों में घोटाले की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर युवा यूकेडी के धरने को किसान यूनियन का समर्थन
उत्तराखंड में विभिन्न भर्तियों में हुए घोटालों की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर देहरादून में युवा उक्रांद का धरना आज भी जारी रहा। धरना घंटाघर स्थित राज्य आंदोलन के प्रणेता स्व. इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा के समक्ष दिया जा रहा है। इस धरने को आज भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने समर्थन दिया। किसान यूनियन के संस्थापक सोम दत्त शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल ने आंदोलन करके इस उत्तराखंड राज्य का निर्माण कराने में अहम भूमिका अदा की। भारतीय किसान यूनियन प्रदेश के युवाओं के अधिकार की लड़ाई में पूर्ण रूप से उत्तराखंड क्रांति दल के साथ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)उन्होंने कहा कि पहले किसानो के साथ जबरन काला कानून बीजेपी राज में थोपा गया। फिर जब देश के किसानो ने एकजुट होकर अपने अधिकार को लेने का प्रण किया तो तानाशाही सरकार को झुकना पड़ा। उत्तराखंड राज्य में निरंतर रूप से सभी परीक्षाओं में घोटाले सामने आ रहे हैं। इसके लिए युवा उक्रांद जो लडाई लडाई लड़ रहा है, इसमें राज्य के समस्त जन मानस को उक्रांद के साथ आना होगा। भारतीय किसान यूनियन उक्रांद के इस निर्णायक महासंग्राम में एवं घोटालेवाज मंत्रियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के आंदोलन में सदा साथ खड़ा है। यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण शर्मा ने कहा कि अब तक जितने आरोपी पकड़े गए है, इनके खिलाफ कड़ी धाराए लगाई जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
युवा उक्रांद के निवर्तमान केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि युवा उक्रांद पहाड़ के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड नहीं होने देगा। अभी तक की जांच में आयोग की ओर से संचालित सभी परिक्षाए घोटालो की भेंट चढ़ी हैं। यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मौन धारण कर लिया है। क्योकि यदि 2015 की दरोगा भर्ती और विधानसभा में बैक डोर भर्ती की सीबीआइ जांच होगी तो इनके काले कारनामे जनता के सम्मुख आ जाएंगे। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के शासन में लगभग सभी भर्तियां घोटालो की भेंट चढ़ी हैं। इन्होंने प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि धामी सरकार दिल्ली वाले आकाओ के दबाव में ठोस निर्णय लेने से बच रही है। क्योंकि सच्चाई का सामना होगा तो गाज उन पर गिरनी स्वभाविक है। उनके द्वारा अपने रिश्तेदारों को विधानसभा में बैकडोर से लगाया गया है। वन दरोगा भर्ती में 15 लाख देकर नौकरी लगने का रहस्य भी अब उजागर हो चुका है। यदि सभी घोटालो के आंकड़े को जोड़ा जाए तो यह उत्तराखंड के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला होग। जो राष्ट्रीय दलों ने मिल बांट कर किया है। उक्रांद युवा प्रकोष्ठ शीघ्र ही सभी घोटालो की राशि को जनता के सम्मुख प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे द्वारा बिहार से उत्तराखंड के अलग अलग विभागों में लगाए अभ्यर्थियों को तत्काल बाहर किया जाए। साथ ही उनके खिलाफ कड़ी करवाई की जानी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
युवा प्रकोष्ठ के निवर्तमान केंद्रीय महामंत्री बृज मोहन सजवाण ने कहा कि बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय को उक्रांद किसी भी हाल में बर्दास्त नहीं करेगा। उक्रांद की एक सूत्रीय मांग है कि सभी विवादित परीक्षाओं की सीबीआइ जांच हो। धरने में मैनुद्दीन, बृजमोहन सजवाण, अशोक नेगी, दीपक रावत, प्रवीन रमोला, सुलोचना इष्टवाल, कैलाश तडीयाल, विकास भट्ट, किरन रावत, सुशीला पटवाल, प्रमिला रावत, तारा पांडे, उतरा बहुगुणा, राजेंद्र बिष्ट, रविंद्र ममगाई, प्रीति थपलियाल आदि बैठे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




