उत्तराखंड में दो और भर्ती परीक्षाओं की जांच एसटीएफ के हवाले, यूकेएसएसएससी की परीक्षा में गिरफ्तारी का सिलसिला जारी

उन्होंने बताया कि UKSSSC द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा की जांच STF द्वारा की जा रही है। इसी परिपेक्ष्य में पूर्व में आयोजित हुई सचिवालय रक्षक एवं कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिशियरी) परीक्षाओं की जांच भी STF के सुपुर्द की गई है। वर्ष 2020 में उत्तराखंड पुलिस की ओर से वन आरक्षी (फॉरेस्ट गार्ड) परीक्षा में ब्लूटूथ के जरिये नकल कराने वाले गिरोह को पकड़ा था। इस संबंध में जनपद हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल में अभियोग पंजीकृत हैं। इन अभियोगों का भी STF से पुनः परीक्षण करने के लिए निर्देशित किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीसवां आरोपी जेई गिरफ्तार
उत्तराखंड में अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की पिछले साल हुई स्नातक स्तर की परीक्षा में नकल के मामले में अब जल संस्थान के जेई को गिरफ्तार किया है। ये जेई सहारनपुर जिले में तैनात है। आरोप है कि धामपुर स्थित अपने फ्लैट पर उसने अभ्यर्थियों को लीक हुए स्नातक स्तर के पेपर के सवाल हल कराए। एसटीएफ ने जूनियर इंजीनियर ललित राज शर्मा को लंबी पूछताछ के बाद अब गिरफ्तार कर लिया है। इस प्रकरण में बीजेपी नेता बीजेपी नेता हाकम सिंह रावत सहित 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बीजेपी नेता हाकम सिंह उत्तरकाशी के जिला पंचायत सदस्य हैं। उन्हें अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले मे बीजेपी ने पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गुरुवार को एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के धामपुर से अवर अभियंता ललित कुमार को हिरासत में लिया था। वह सहारनपुर में जल संस्थान में तैनात है। लंबी पूछताछ के बाद आज उसे गिरफ्तार किया गया। ललित राज शर्मा पेपर लीक के मास्टरमाइंड हाकम सिंह रावत के गिरोह का सदस्य है। उसने अपने धामपुर स्थित फ्लैट में कुछ अभ्यर्थियों को लीक हुए पेपर के प्रश्न पत्र हल करवाए थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
गौरतलब है कि उत्तराखंड में उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की पिछले साल हुई स्नातक स्तर की परीक्षा में स्नातक स्तर की परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले छह युवकों को हाल ही में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार किया। ये गिरफ्तारी अलग-अलग जगहों से की गई है। इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। इस मामले में बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में हुई थी। इसमें अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप कर युवाओं ने कार्रवाई की मांग की थी। इस मामले में अब तक कुल 20 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जो भी संलिप्त होगा, बचेगा नहीं
वहीं, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि उत्तराखंड राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा के पेपर लीक कराए जाने के प्रकरण में जो भी संलिप्त पाया जाएगा, वह बचेगा नहीं। प्रकरण की लगातार जांच जारी है। जब तक इसमें संलिप्त अंतिम व्यक्ति नहीं पकड़ा जाएगा, जांच जारी रहेगी। सरकार को इसके अलावा भी कोई अन्य जांच करानी पड़ी तो पीछे नहीं हटेंगे। राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा कराई गई परीक्षाओं में शामिल अभ्यर्थियों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। जिन्होंने अपनी मेहनत व योग्यता से स्थान बनाया है, उनका अहित नहीं होने दिया जाएगा। अन्य परीक्षाएं देरी से न हों और परिणाम सही समय पर आएं, इसके लिए पूरा फोकस कर रहे हैं।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।