ब्रिटेन ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दिया इस्तीफा, अब ऐसे होगा नए पीएम का चुनाव, भारतीय मूल के ऋषि हो सकते हैं अगले पीएम
इस्तीफा देने वालों में 8 मंत्री और दो सेक्रेट्री ऑफ स्टेट ने भी दो घंटे के भीतर इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में जॉनसन बेहद अलग-थलग पड़ गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जॉनसन को अब बागी नेताओं की मांग के आगे झुकना पड़ा।बाद में घोषणा की कि वो इस्तीफा दे रहे हैं। कंजरवेटिव पार्टी बहुमत से जीती थी। इस कारण इस पार्टी के नेता को ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री के पद पर रहने का अधिकार होता है।
ऐसे होगा पीएम का चुनाव
ब्रिटेन के नए नेता की तलाश तेज हो गई है। अब कैंडिडेट को नेतृत्व के लिए आगे आना होगा। नेतृत्व के लिए कई लोग आगे आ सकते हैं, लेकिन कंजरवेटिव पार्टी के किन्ही दो नेताओं को उनका नामांकन करना होगा। कंजरवेटिव सासंद फिर कई दौर का मतदान करेंगे। इससे मैदान में उम्मीदवार कम रह जाएंगे। हर बार उनसे गुप्त मतदान में अपने प्रिय उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने को कहा जाएगा। फिर सबसे कम वोटों वाले उम्मीदवार को प्रधानमंत्री पद की दौड़ से बाहर कर दिया जाएगा।
यह प्रक्रिया कई बार दोहराई जाएगी जब तक आखिर में दो उम्मीदवार नहीं रह जाते। इससे पहले मंगलवार और गुरुवार को मतदान होते रहे हैं। दो आखिरी उम्मीदवारों के लिए फिर कंज़र्वेटिव पार्टी के बड़े घेरे के सदस्य पोस्टल बैलेट से मतदान देंगे। इसमें जिसकी जीत होगी वही कंजरवेटिव पार्टी का नया नेता होगा।
पार्टी के नेता को हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत के साथ स्वत: ही प्रधानमंत्री पद के लिए चयनित कर लिया जाएगा। उस पुरुष या महिला को अचानक चुनाव करवाने की ज़रुरत नहीं है, लेकिन उसके पास ऐसा करने की ताकत होगी। नेतृत्व का मुकाबला कितना लंबा चलेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि कितने लोग मुकाबले में उतरते हैं। साल 2016 में डेविड कैमरून के इस्तीफे के बाद थेरेसा मे केवल तीन हफ्तों में नेता चुनीं गईं थीं। बाकी सभी उम्मीदवारों ने बीच दौड़ में अपनी दावेदारी छोड़ दी थी।
भारतीय मूल के ऋषि सुनक अगले पीएम की दौड़ में
ब्रिटेन में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच चर्चा है कि बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद ऋषि सुनक देश के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं। बताते चलें कि ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं और अगर वो पीएम बनते हैं तो वो पहले भारतीय होंगे जो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनेंगे. बताते चलें कि हाल ही में उन्होंने वित्त मंत्री के पद से त्यागपत्र दे दिया था।
42 वर्षीय ऋषि सुनक को बोरिस जॉनसन ने फरवरी 2020 में अपनी सरकार में जगह दी थी और उन्हें वित्तीय विभाग की जिम्मेदारी मिली थी। सट्टे बाजार में भी उनके प्रधानमंत्री बनने की चर्चा है। पूर्व रक्षा सचिव पेनी मोर्डौंट के साथ उनके भी नामों की चर्चा हो रही है। कोरोना संकट के दौरान उनके कार्यों के कारण उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। साथ ही आर्थिक पैकेज के फैसलों के कारण उन्हें व्यवसाय वर्गों का भी साथ मिल रहा है।
ऋषि को अपने परिवार के वित्तीय लेनदेन को लेकर कुछ समय पहले विवाद का भी सामना करना पड़ा था। उनकी पत्नी के अमेरिकी ग्रीन कार्ड को लेकर भी सवाल खड़े हुए थे। कुछ दिन पहले कोविड लॉकडाउन को तोड़ने के कारण डाउनिंग स्ट्रीट की एक सभा में जुर्माना भी लगाया गया था। ऋषि सुनक के दादा-दादी पंजाब से आए थे। इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से सुनक की शादी हुई है। इनसे उनकी दो बेटियां हैं। अक्षता से उनकी मुलाकात कैलिफोर्निया में हुई थी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।