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April 19, 2025

धरती मां को समर्पित योगाहार उत्सव दो मई को, जैविक खेती के साथ ही योग के लिए प्रेरित

पतंजलि ऑर्गेनिक रिसर्च इंस्टीट्यूट हरिद्वार की ओर से जैविक खेती को समर्पित दैनिक योगाहार कार्यक्रम को दो मई को एक वर्ष पूरा हो जाएगा। इस दिन को योगाहार उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।

पतंजलि ऑर्गेनिक रिसर्च इंस्टीट्यूट हरिद्वार की ओर से जैविक खेती को समर्पित दैनिक योगाहार कार्यक्रम को दो मई को एक वर्ष पूरा हो जाएगा। इस दिन को योगाहार उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। जैविक खेती को समर्पित दैनिक योगाहार कार्यक्रम के 2 मई 2022 को 365 दिन पूर्ण हो जाएंगे। इस अवसर को योगाहार उत्सव मनाया जाएगा। योग और आहार विषयों पर केंद्रित होने के चलते इसे योगाहार नाम दिया गया।
पतंजंलि किसान सेवा समिति और पतंजलि ऑर्गेनिक रिसर्च इंस्टिट्यूट हरिद्वार के तत्वाधान में चलने वाले इस स्वैच्छिक कार्यक्रम में देशभर के 17 राज्यों के किसान, वैज्ञानिक, शिक्षक, विद्यार्थी और योगीजन सहभागिता निभाते हैं। रोज सवेरे 6.00 से 8.00 बजे तक गूगल मीट पर निरंतर चल रहा यह ऑनलाइन कार्यक्रम एक-एक घंटे के दो-सत्रों में बंटा है। पहले एक घंटे में हर दिन एक नया योग शिक्षक ऑनलाइन उपस्थित प्रतिभागियों के साथ योग करता है। दूसरे सत्र यानी 7.00 बजे से 8.00 बजे के मध्य जैविक खेती-किसानी, आहार-पोषण, स्वास्थ्य एवं सम्बंधित विषयों पर हर दिन एक नया मुख्य अतिथि ज्ञान, प्रयोग और अनुभव के आधार पर अपनी बात साझा करता है।
समग्र स्वास्थ्य को लेकर हर रोज नए योग शिक्षक और नए मुख्य अतिथि की उपस्थिति में चलने वाले इस कार्यक्रम को देशभर में एक ऐसे नवाचार के रूप में देखा जा सकता है, जिसमें योग एवं स्वास्थ्य के साथ ही कृषि से सम्बंधित समस्याओं का समाधान ऑनलाइन मंच पर विशेषज्ञों के द्वारा दिया जाता है।
अब तक मिट्टी के स्वास्थ्य, बीज संरक्षण एवं संवर्धन, जैविक एवं हरी खादों के निर्माण, देसी गौ-आधारित उत्पाद, सूक्ष्म तत्व प्रबंधन, वेस्ट-डिकम्पोजर से जैविक खेती, जैव विविधता आधारित फसल चक्र संतुलन, बहु-फसली खेती, सामुदायिक खेती, मल्टी लेयर फार्मिंग, औद्यानिकी, रोग एवं कीट प्रबंधन, आहार में नवाचार, रंगों का आहार में महत्व, काली फसलों का उत्पादन एवं सम्भावना, मार्केटिंग, एफपीओ निर्माण, महिला सशक्तिकरण जैसे विविध विषयां पर योगाहार के माध्यम से चर्चा हो चुकी है।
इस कार्यक्रम में जहां सफलता की कहानी किसानों की जुबानी भी सुनी गई। वहीं कुछ चयनित किसानों की केस स्टडी भी तैयार की गई है। इस कार्यक्रम में सहभागी सदस्यों के द्वारा समय-समय पर उपस्थित मुख्य मेहमान से प्र्रश्नोत्तरी भी की जाती हैं। वहीं, स्वास्थ्य सम्बंधी टिप्स भी दी जाती हैं। समय-समय पर गीत, कविताएं और तुकबंदी से भी कार्यक्रम को संतुलित और रोचक बनाया जाता है।
इस कार्यक्रम में सफल किसान, कृषि उद्यमी, भारतीय सिविल सेवा, बैंकिंग के शीर्षस्थ अधिकारियों के साथ ही कृषि एवं संस्कृति क्षेत्र में विशेष ख्याति प्राप्त और पद्म पुरूस्कारों से सम्मानित अतिथि भी अपनी भागीदारी दे चुके हैं। योगाहार का एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 2 मई को एक ऑनलाइन उत्सव मनाया जाएगा। इस अवसर पर सालभर के 365 योग शिक्षक और 365 मुख्य अतिथियों के साथ ही नियमित सम्मिलित हो रहे प्रतिभागी उपस्थित रहेंगे।
योगाहार उत्सव से जुड़ने के लिए क्लिक करें
https://meet.google.com/znc-arfp-uzp

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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