होली पर रासायनिक रंगों के दुष्प्रभाव से बचें, हो सकती है ये परेशानी, करें ये उपायः डॉ.रश्मि जिंदल
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देहरादून के डोईवाला स्थित हिमालयन हॉस्पिटल जॉलीग्रांट में त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ.रश्मि जिंदल ने लोगों से रासायनिक रंगों के दुष्प्रभाव से बचने की अपील की है।
हिमालयन हॉस्पिटल जॉलीग्रांट में त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ.रश्मि जिंदल ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में पहले की तरह लोग सार्वजानिक तौर पर होली मनाने से बचें। साथ ही उन्होंने कहा कि रंगों का पर्व होली खुशियां लेकर तो आता है लेकिन अगर लापरवाही बरती तो कुछ तकलीफें भी दे सकता है। होली के बाद लोगों को कई परेशानियों से दो चार होना पड़ता है खासतौर पर त्वचा और बालों से जुड़ी परेशानी तो आम बात हैं। आजकल के रंगों में केमिकल अधिक है और यदि बाल और त्वचा की पहले और बाद में केयर ना करें तो कई समस्याएं देखने को मिलती है।
रासायनिक रंगों से हो सकती है यह परेशानी
– आंखों के नीचे सूजन, आई एलर्जी, फुन्सी, खुजली, ड्राईनेस, जलन, छोटे छोटे पिंपल्स, हेयर फॉल, ड्राई हेयर्स, बालों का टूटना।
इन बातों का विशेष ख्याल रखें
-सबसे पहले आप अपनी त्वचा और अपने बालों पर अच्छी तरह से तेल लगा लें।
-घर के बाहर निकलने से आधे घंटे पहले अच्छी तरह से सनस्क्रीन लगा लें।
-अपने नाखूनों को रंग से सुरक्षित रखने के लिए नेल पॉलिश का इस्तेमाल जरूर करें। इससे आपके नाखूनों पर रंग नहीं चढ़ेगा और आपके नाखून सुरक्षित भी रहेंगे।
-होठों की देखभाल के के लिए वैसलीन का इस्तेमाल करें।
-चेहरे पर से रंग को निकालने के लिए लिए साबुन या फेसवॉश का इस्तेमाल ज्यादा न करें। साथ ही अपने चेहरे को बहुत ज्यादा रगड़ने से भी बचें।
-होली पर रंगों के इस्तेमाल से आपको खुजली की शिकायत हो सकती है, तो आप तुरंत नारियल का तेल लगाएं।
-किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत होने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।