आइओसी ने रूस और बेलारूस में खेल आयोजनों को रद्द करने के लिए खेल महासंघों से किया आग्रह
जहां रूस की यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई से दुनिया के ज्यादातर देशों में गुस्से और रोष की भावना है, तो वहीं इसका असर खेलों की दुनिया पर भी पड़ने लगा है।
आइओसी के कार्यकारी बोर्ड ने शुक्रवार को सभी अंतरराष्ट्रीय खेल परिसंघों से उन तमाम खेल प्रतियोगिताओं को रद्द करने को कहा है, जिन्हें आयोजित करने की योजना उन्होंने रूस या बेलारूस में करने की बनायी है। आईओसी ने जारी बयान में कहा कि इन फेडरेशनों को रूस और बेलारूस की सरकारों द्वारा की गयी कार्रवाई को “ओलिंपिक संधि” के उल्लंघन के रूप में लेना चाहिए। साथ ही, इन परिसंघों को खिलाड़ियों की सुरक्षा को पूर्ण प्राथमिकता देनी चाहिए।
उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा, कोई रूसी या बेलारूसी राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित नहीं किया जाएगा और कोई रूसी या बेलारूसी गान अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में नहीं बजाया जाएगा। जब तक कि समस्या हल नहीं हो जाती। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) के कार्यकारी बोर्ड (ईबी) ने शुक्रवार को रूसी सरकार और बेलारूस की सरकार द्वारा इसके समर्थन के माध्यम से ओलंपिक के उल्लंघन की कड़ी निंदा की।
आईओसी ने एक बयान में कहा, आईओसी ईबी आज सभी अंतर्राष्ट्रीय खेल संघों से रूस या बेलारूस में वर्तमान में नियोजित अपने खेल आयोजनों को स्थानांतरित करने या रद्द करने का आग्रह करता है। उन्हें रूसी और बेलारूसी सरकारों द्वारा ओलंपिक के उल्लंघन को ध्यान में रखना चाहिए और एथलीटों को सुरक्षा देनी चाहिए।
आईओसी ने आदेश दिया, इसके अलावा आईओसी ईबी आग्रह करता है कि कोई भी रूसी या बेलारूसी राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित नहीं किया जाए और कोई भी रूसी या बेलारूसी गान अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में नहीं बजाया जाए, जो पहले से ही रूस के लिए संबंधित विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी प्रतिबंधों का हिस्सा नहीं हैं। आईओसी ईबी ने आगामी पैरालंपिक शीतकालीन खेलों बीजिंग 2022 के लिए अंतर्राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (आईपीसी) को अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।