उत्तराखंड के चमोली में महसूस किया गया भूकंप का झटका, दहशत में आए लोग
उत्तराखंड के चमोली जिले में गुरुवार की दोपहर भूकंप का झटका महसूस किया गया। भूकंप का झटका दोपहर दो बजकर 24 मिनट 48 सैकंड में महसूस किया गया।
उत्तराखंड के चमोली जिले में गुरुवार की दोपहर भूकंप का झटका महसूस किया गया। भूकंप का झटका दोपहर दो बजकर 24 मिनट 48 सैकंड में महसूस किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्कैल में इसकी तीव्रता 3.3 दर्ज की गई। इसका केंद्र चमोली जिले में जमीन के भीतर पांच किलोमीटर था। इसी माह उत्तराखंड में कई बार भूकंप के झटके आ चुके हैं। ऐसे में लोगों में दहशत भी देखी गई। हालांकि आज भूकंप से कहीं किसी नुकसान की सूचना नहीं है।भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील उत्तराखंड
भूकंप की दृष्टि से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है। राज्य के अति संवेदनशील जोन पांच की बात करें इसमें रुद्रप्रयाग (अधिकांश भाग), बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले आते हैं। ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी व अल्मोड़ा जोन चार में हैं और देहरादून व टिहरी दोनों जोन में आते हैं।
उत्तरकाशी और चमोली में आ चुके हैं बड़े भूकंप
उत्तरकाशी में 20 अक्टूबर 1991 को 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। उस समय हजारों लोग मारे गए थे। साथ ही संपत्ति को भी अत्यधिक क्षति हुई थी। इसके बाद 29 मार्च 1999 में चमोली जिले में उत्तराखंड का दूसरा बड़ा भूकंप आया। भारत के उत्तर प्रदेश (अब उत्तराखंड) राज्य में आया यह भूकंप हिमालय की तलहटियों में 90 वर्षों का सबसे शक्तिशाली भूकंप था। इस भूकंप में 103 लोग मारे गए थे।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं और नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। फिर इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।




