रायपुर विधानसभाः कांग्रेस प्रत्याशी हीरा सिंह बिष्ट के प्रचार ने पकड़ा जोर, गिना रहे हैं उपलब्धियां, कर रहे हैं ये वादे
जारी है जनसंपर्क अभियान
कांग्रेस प्रत्याशी का जनसंपर्क अभियान जारी है। आज हीरा सिंह बिष्ट का आमवाला, रांझावाला, पाल मोहल्ला, किद्दूवाला, बद्रीश कालोनी, धर्मपुर अग्रवाल बेकरी के पीछे, रिस्पना नगर, राजीव नगर, एमडीडीए कालोनी, वृंदावन गार्डन, हिल व्यू कालोनी आदि क्षेत्र में जनसभाओं का कार्यक्रम है। वह इन क्षेत्र में पदयात्रा कर रहे हैं। लोगों को कांग्रेस की नीतियों से अवगत करा रहा हैं। साथ ही लोगों को कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील कर रहे हैं।
सरकार पर किए प्रहार
उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश में डबल इंजन की बीजेपी सरकार से आमजन त्रस्त हो गया है। महंगाई चरम पर है। रोजगार सृजित नहीं हो रहे हैं। रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम बढ़ने से लोगों के घरों का बजट बिगड़ चुका है। कोरोनाकाल में स्वास्थ्य सेवाओं का बुराहाल आप देख चुके हो। कैसे लोग अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ते रहे। अब बदलाव का समय आ गया है। कांग्रेस तो समर्थन दें। हम वादा करते हैं कि रोजगार सृजित करेंगे। महंगाई को नियंत्रित करेंगे।
पांच वर्ष में भी इन समस्याओं पर कुछ भी नहीं किया
हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि उन्होंने कहा कि आज हालात ऐसे हैं कि भाजपा ने पिछले पांच साल में कितने रोजगार सृजित किए और दृष्टि दोष पत्र 2022 में कितनों का करेगी, इसका उल्लेख नहीं किया गया है। जब उत्तराखंड में महंगाई की दर राष्ट्रीय औसत से 30 फीसद से ज्यादा है, ऐसे में उत्तराखंडवासियों के लिए डबल महंगाई से कैसे निजात दिलाई जाए, उसके बारे में भी दृष्टि दोष पत्र में एक भी शब्द नहीं है। उन्होंने कहा कि इस दृष्टि दोष पत्र में दो कुछ वाक्य और योजनाएं तो भाजपा के 2017 के दृष्टि दोष पत्र से पूरी ले ली गई। अर्थात तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा सरकार ने भी अप्रत्यक्ष रूप से मान लिया कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने, महंगाई और पलायन की समस्या से निजात दिलाने के लिए पांच साल में कुछ नहीं हिुआ।
बिजली पानी की समस्या पर बोले
उन्होंने कहा कि बिजली, पानी के बिलों की बढ़ोत्तरी, पलायन में बढ़ोत्तरी बीजेपी सरकार के काम हैं। साथ ही कहा कि भाजपा ने ये किया था, करती है, अब हम नहीं करने देंगे। उन्होंने बिजली को लेकर कहा कि 101 से 200 यूनिट बिजली खर्च करने वाले उत्तराखंडवासियों को चार रुपये प्रति यूनिट की दर से बिल चुकाना पड़ रहा है। वहीं, 400 यूनिट से अधिक खर्च करने पर 6.25 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिल चुकाने होंगे। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस ने ये प्रण लिया है कि उत्तराखंडवासियों को पहले साल 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जाएगी। इसके बाद इस लाभ को चरणवद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा। वहीं, पानी की दर भी चुपचाप बढ़ा दी जाती है। साथ ही पानी की समस्या हर तरफ है। गर्मियों में लोगों के घरों में पानी तक नहीं पहुंचता है।
रायपुर को दी ऐतिहासिक पहचान
हीरा सिंह बिष्ट ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि वह सदैव लोगों की समस्याओं के लिए रायपुर क्षेत्र में संघर्षरत रहे। वह हमेशा दूर दृष्टि पक्का इरादा के सिद्वान्त पर चलते रहे। पूरे प्रदेश के साथ-साथ रायपुर क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने को ऐतिहासिक काम किए।
गिनाई अपने कार्यकाल की उपलब्धियां
– रायपुर में भव्य स्टेडियम का निर्माण जिसकी भूमि आवंटन का कार्य अविभाजित उत्तर प्रदेश के विधायक पद पर 1985-90 अवधि में कराया था। जिसका भव्य निर्माण राज्य बनने के बाद कांग्रेस सरकार में मंत्री पद पर रहते हुए कराया गया।
-राजीव गांधी नवोदय विद्यालय तपोवन रोड नालापानी में जहां सीबीएसई0 पद्धति से निशुल्क शिक्षा 6 से 12
कक्षा तक दी जाती है की स्थापना कराई गई।
– पर्यटन स्थल सहस्रधारा का सफर सुगम कराते हुए बस सेवा के साथ साथ देश के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कराया गया तथा हैलीपैड को भी जमीन उपलब्ध कराई गई।
-सहस्रधारा रोड पर डांडालखौंड में आईटी पार्क स्थापना कर बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराया।
-1814 के द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जो नालापानी में खलंगा युद्ध के नाम से जाना गया। गोरखा स्मारक स्थापित कराया तथा केन्द्रीय वन विभाग की अनुमति से सड़क निर्माण कराया गया। जहां प्रतिवर्ष मेले का आयोजन किया जाता है।
क्षेत्र के लिए किए ये वायदे
-उन्होंने कहा कि रायपुर विधान सभा क्षेत्र की प्रबुद्ध जनता ऐसे सुअवसर को अपने हाथ से जाने नहीं देगी। विधान सभा चुनाव में विजयी होने के बाद किसानों की समस्याओं का निराकरण कर्मचारियों का नियमितीकरण, विभागीय सीधी भर्ती प्रकिया, पुरानी पेंशन बहाली, एसीपी की सुविधा बहाल करने, समान कार्य का समान वेतन, आशाओं, भोजन माताओं तथा आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के वेतन वृद्धि संघर्ती का प्रमुख मुददा रहेगा।
-रोजगार के लिए सिडकुल क्षेत्र व सहसधारा रोड़ पर आई.टी. पार्क का पुल की व्यवस्था करना। राज्य सरकार के अधीन लगभग 50 हजार रिक्त पदों पर नियमित नियुक्तियां कराना।
-स्वारोजगार के लिए ऋण व सरकारी सहायता उपलब्ध कराना। श्रम कानूनो का कड़ाई से पालन व सामाजिक सुरक्षा की व्यवस्था को पुन स्थापित कराना।
-मलिन बस्तियों के निवासियों को मालिकाना हक दिलाना।
-सविंदा व उपनल पर कार्यरत कर्मचारियों का नियमितीकरण तथा समान कार्य के लिए समान वेतन लागू कराना।
-पुलिस विभाग में 4600/ रू. के ग्रेड को स्वीकृत कराना।
-विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की समस्याओं का प्राथमिक्ता पर समाधान कराना।
सस्ता होगा गैस सिलेंडर
उन्होंने उत्तराखंड के चुनाव घोषणापत्र को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि हमारे आपसे जो वायदे किए उनके में मुख्य वायदे चार हैं। चार धाम चार काम। हम झूठे वायदे नहीं कर सकते। मगर हम चार लाख युवाओं को उत्तराखंड में रोजगार दे सकते हैं। ये काम किसान की मदद करके, छोटे व्यापारियों की मदद करके, युवाओं को ट्रेनिंग देकर और सरकार खाली पदों को भरकर देंगे। उन्होंने कहा कि गैस सिलेंडर पांच सौ रुपये से कम का मिलेगा। इससे ज्यादा का नहीं मिलेगा। हम नया आइडिया लाए हैं। उसका नाम न्याय योजना है। इसमें गारंटी है। उत्तराखंड के पांच लाख परिवारों को कांग्रेस पार्टी हर साल चालीस हजार रुपये सीधे बैंक अकाउंट में डालकर दिखा देगी। कांग्रेस का वादा है कि हम स्वास्थ्य सेवा को आपके दरवाजे तक लाएंगे। दवा, इलाज, एंबुलेंस, चिकित्सक आपके दरवाजे तक पहुंचाएंगे। जहां गाड़ी नहीं पहुंचेगी, वहां बाइक की एंबुलेंस पहुंचेगी। जहां बाइक नहीं पहुंचेगी वहां ड्रोन से दवा पहुंचाएंगे। घोषणापत्र में बहुत सारे वायदे हैं। आपसे बातचीत करके आपकी आवाज सुनकर बनाया है। उसमें उत्तराखंड को बदलने की अलग अलग योजनाएं हैं।
रायपुर क्षेत्र में ही बीता बचपन
हीरा सिंह बिष्ट का जन्म ग्राम ननूरखेडा, आमवाला नालापानी के स्व. खेम सिंह बिष्ट जी के घर में हुआ है। वह इसी मिट्टी में खेले और बड़े हुए। कृषि कार्य के साथ-साथ अध्ययन किया। इसके बाद अध्यापन और सरकारी नौकरी की। इसी अवधि में वे डीएवी कालेज का वर्ष 1972 से 1973 तथा 1973 से 1974 दो बार छात्र संघ अध्यक्ष चुने गए।
छात्र जीवन में ही सीखा संघर्ष
हीरा सिंह बिष्ट ने छात्र जीवन से संघर्ष करना सीखा है। इसका उदाहरण 1974-75 में चकराता के लाखा मण्डल मे बलि प्रथा के विरोध के रूप में देखा जा सकता है। इसे उन्होंने आंदोलन के जरिये बंद कराया। मसूरी में अंधाधुन्ध पहाड़ों को डायनामाइट से उड़ाने के विरोध में उन्होंने अनेक धरने व प्रर्दशन किये। वृक्षारोपण का वृहद अभियान चलाया। कालेजों में गरीब छात्रों की पढाई की सुविधा दिलाई जाती रही है। अन्याय व शोषण के विरोध में सदैव आवाज उठाते रहे। इस कारण वह कर्मचारी व मजदूर हितों के लिए सतत संघर्ष करते हुए राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इण्टक का प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। यही नहीं, उत्तराखंड के पहले इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडिय का निर्माण कराकर उन्होंने पूरे प्रदेश के साथ-साथ रायपुर क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने को ऐतिहासिक काम किए।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।