शरीर किया अस्पताल को दान, पुतले का किया गया अंतिम संस्कार, बुजुर्ग दे गए समाज को प्रेरणा
तीन साल पहले पत्नी ने देह दान का संकल्प लिया और किया भी। इसी संकल्प का आगे बढ़ाते हुए बुजुर्ग ने भी ऐसा ही किया और समाज को प्रेरित करने की नई इबारत लिख दी।
तीन साल पहले पत्नी ने देह दान का संकल्प लिया और किया भी। इसी संकल्प का आगे बढ़ाते हुए बुजुर्ग ने भी ऐसा ही किया और समाज को प्रेरित करने की नई इबारत लिख दी। बुजुर्ग की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन करने के बाद परिजन एंबुलेंस से शव को अस्पताल ले गए दान कर दिया। इसके बाद हिंदु रीति रिवाजों से अंतिम संस्कार तो करना ही था। इसके लिए तरीका निकाला गया। बुजुर्ग के पुतले का प्रतीकात्मक रूप से अंतिम संस्कार किया गया। बुजुर्ग की इस अंतिम यात्रा में शामिल होने के साथ ही उनके परिजनों से साथ ही इस खबर को सुनने और पढ़ने वाले सभी खुद को भी गौरवांवित महसूस कर रहे होंगे।देहरादून में वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल राजवंशी के पिता प्रीतम सिंह राजवंशी का आज शुक्रवार की सुबह बसंत विहार स्थित उनके आवास में निधन हो गया। 84 वर्षीय प्रीतम सिंह राजवंशी सिंचाई विभाग में चीफ से पद से सेवानिवृत्त हुए थे। समाजसेवी एवं उत्तराखंड पिछड़ा आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा ने बताया कि प्रीतम सिंह ने पहले ही देह दान की इच्छा व्यक्त कर रखी थी। तीन 3 वर्ष पूर्व उनकी पत्नी सुषमा राजवंशी ने अपनी देह दान का संकल्प लिया था। ऐसे में उनकी देह भी दान की गई थी।
आज सुबह से ही उनके आवास में अंतिम दर्शन करने वाले लोगों का तांता लगा रहा। इसके बाद परिवार के सदस्यों के साथ ही कुछ लोग एंबुलेंस से उनके शव को श्री महंत इंदिरेश अस्पताल ले गए और वहां दान कर दिया। इसके बाद लक्खीबाग श्मशानघाट में उनके पुतले का प्रतीकात्मक रूप से अंतिम संस्कार की क्रियाएं पूरी की गईं। समाजसेवी अशोक वर्मा ने बताया कि समाज में ऐसे उदाहरण बहुत कम देखने को मिलते हैं। धन्य है ऐसे माता-पिता, बेटा और परिवार।





