सीएम ने प्रदेशवासियों से की मास्क लगाने की अपील, खुद नहीं लगा रहे मास्क, दिन भर के कार्यक्रमों की फोटो ही देख लो

मुख्यमंत्री ने कोविड-19 एवं नये वेरिएंट ओमीक्रॉन के रोकथाम के संबंध में प्रदेश वासियों से की अपील
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोविड-19 एवं नये वैरिएंट ओमीक्रॉन के रोकथाम के संबंध में प्रदेश वासियों से अपील की है कि हम सभी भली भांति परिचित हैं कि कोविड-19 संक्रमण अभी पूरी तरह से गया नहीं है। कम मात्रा में ही सही, किन्तु आज भी कोविड-19 से ग्रसित रोगी औसतन लगभग 30 से 50 की संख्या में प्रतिदिन रिपोर्ट हो रहे हैं। आज 88 मामले दर्ज हुए हैं। इस वायरस के नये स्वरूप निरन्तर ही हमारे लिये चिंता का विषय बने रहते हैं। इस स्थिति में भी हम सबको मिलकर पूर्ण जन सहयोग व पूरी शक्ति के साथ इस महामारी से लड़ना है, अपना एवं अपनों का बचाव करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस सम्बन्ध में अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रही है। कोविड-19 व उसके नये वेरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन इसकी रोकथाम हेतु सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। कोविड से बचाव के उपायों को हमें छोड़ना नहीं है वरन पूरी शिद्दत के साथ उसका पालन करना है। मुख्यमंत्री ने अपील की है कि सभी लोग अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, साबुन पानी अथवा हैन्ड सेनीटाइज़र से हाथों को निरन्तर साफ करें भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। सर्दी-जुकाम के लक्षण होने पर जांच करवायें एवं आस-पास के लोगों को भी जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि देश भर में कोविङ-19 के रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। उत्तराखण्ड राज्य में भी औसतन मामूली बढ़ोतरी दर्ज हुई है। कोविड को पुनः महामारी का रूप लेने से रोकने के लिये पूर्ण प्रयास किये जा रहे हैं। आतिथि तक राज्य में कुल तीन सौ दो (302) सक्रिय रोगी हैं। कुछ को प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों एवं अधिकांश लक्षणहीन रोगियों को होम आइसोलेशन में रखकर निगरानी करते हुये उपचार प्रदान किया जा रहा है। राज्य का रिकवरी रेट 95.98 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 उपचार के लिए पर्याप्त आइसोलेशन ब्रेड ऑक्सीजन सपोर्ट बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर व ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर उपलब्ध है। साथ ही प्रदेश में इकहत्तर (71) ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट कार्यशील है एवं सत्रह (17) ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट स्थापना का कार्य गतिमान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में कोविड-19 टीकाकरण में भी प्रबल रूप से कार्यवाही की गई है। वर्तमान में कोविड-19 टीकाकरण की प्रथम डोज 100 प्रतिशत लोगों को प्रदान की जा चुकी है व द्वितीय डोज भी यानि पूर्ण टीकाकरण 82 प्रतिशत लोगों को दिया जा चुका है।
राज्य में दिनांक 03 जनवरी, 2022 से कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण 15 से 18 वर्ष (वर्ष 2007 या उससे पूर्व जन्मे) तक के समस्त बच्चों का वैक्सीनेशन होगा। 10 जनवरी, 2022 से स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं एवं फ्रंट लाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को मोर्बिडिटी वाले नागरिकों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। दिनांक 30 दिसम्बर, 2021 तक उत्तराखण्ड राज्य में चार (04) कोविड-19 ओमीक्रॉन वेरिएंट रोगी की पुष्टि हुई है। चारों ही रोगी अब कोविड मुक्त हैं एवं पूर्णतयः स्वस्थ हैं। ओमीक्रॉन को फैलने से रोकने के लिये सभी प्रयास किये जा रहे है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि सभी प्रदेश वासियों के सम्मिलित सहयोग से हम इस नये वेरिएंट को फैलने से रोकने में सफल होंगे।
हरिद्वार में अमृत महोत्सव में हुए शामिल, यहां भी नहीं लगाया मास्क
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रेक्षागृह में स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आयोजित हरिद्वार संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस दौरान भी सीएम ने कोविड नियमों का पालन नहीं किया। वे बगैर मास्क के ही नजर आए। साथ ही तीन से छह फीट की दूरी का भी उन्होंने पालन नहीं किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में आगामी मार्च 2022 तक अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों के आयोजनों की योजना बनाई गयी है, जिसमें लगातार नये-नये विचारों की श्रृंखला सामने आ रही है। ऐसे आयोजनों से अमृत निकलेगा, गति मिलेगी तथा रास्ता मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमारी संस्कृति के उत्थान के लिये जो प्रयास किये हैं, वे अतुलनीय हैं। इस मौके पर उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जब हम राज्य स्थापना का 25वां वर्ष मनायेंगे। उस समय हमारा उत्तराखंड हर क्षेत्र में भारत के अग्रणी राज्यों में से एक होगा। उन्होंने कहा कि अगला दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। यह हम सबकी सामूहिक यात्रा है। इस अवसर पर जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज ने कहा कि कुछ पल ऐतिहासिक होते हैं। यह दशक उत्तराखंड का दशक है। केदारनाथ, बद्रीनाथ तथा काशी का कायाकल्प हुआ है। जिस तरह से मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी नेतृत्व कर रहे हैं, उससे सभी उत्साहित हैं। इस मौके पर महंत देवानंद सरस्वती, पदम, स्वामी चिदानन्द मुनि, महानिर्वाणी के महंत रविन्द्रपुरी आदि ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानन्द, स्वामी परमानन्द गिरि, माता सन्तोषी, स्वामी हरिचेतनानन्द, स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश, स्वामी विष्णुदास, महन्त शिवानन्द, स्वामी ज्योतिर्मयानन्द, साध्वी प्राची, जगदीश लाल पाहवा डॉ. विशाल गर्ग, डॉ विनोद आर्य, सुरेश सुयाल, मोनू त्यागी, आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुनील जोशी, मयंक चोपड़ा, प्रो0 वीडी जोशी, अशोक बेरी, डॉ महेश शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ जयपाल सिंह चैहान, महामंत्री विकास तिवारी, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेन्द्र सिंह रावत, संयुक्त मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, सलाहकार, कुल सचिव, स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।
सभी के प्रयासों से बनेगा उत्तराखण्ड श्रेष्ठ राज्य: सीएम पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबार्ड द्वारा आयोजित ‘स्टेट क्रेडिट सेमिनार’ में स्टेट फोकस पेपर का विमोचन किया। इस कार्यक्रम में भी सीएम बगैर मास्क के नजर आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की विकास यात्रा हम सभी की सामूहिक यात्रा है। इसमें सभी को पूरी तत्परता से अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करना है। ‘स्टेट क्रेडिट सेमिनार’ में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड को श्रेष्ठ राज्य बनाने में नाबार्ड का महत्वपूर्ण सहयोग रहेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से वर्ष 2025 में उत्तराखण्ड को प्रत्येक क्षेत्र में श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास में नाबार्ड का महत्वपूर्ण योगदान है। आधारभूत संरचना से संबंधित योजनाओं के माध्यम से सड़कों, भण्डारण व्यवस्था, पेयजल, सिंचाई आदि में सुधार हुआ है। विशेष रूप से प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों को मजबूत करने और महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आजीविका सृजन कर महिला सशक्तिकरण में भी नाबार्ड का येागदान रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा वर्ष 2025 में उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है। इसे हम सभी को मिलकर पूरा करना है। इसी क्रम में हमने बोधिसत्व विचार श्रृंखला जारी की है। इसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और प्रबुद्ध लोगों के साथ संवाद किया जा रहा है। प्राप्त सुझावों का संकलन किया जा रहा है। साथ ही सभी विभागों से अगले 10 वर्षों का रोडमैप भी लिया जा रहा है। इसके आधार पर राज्य के विकास की रूपरेखा बनाई जाएगी। हमारी विकास नीति का लक्ष्य अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाना है।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक अरूण प्रताप दास ने कहा कि नाबार्ड, ग्रामीण समृद्धि सुनिश्चित करने के अपने जनादेश के अनुरूप कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में सभी हितधारकों को शामिल करते हुए सहभागी और परामशी दृष्टिकोण अपनाकर हर साल देश के प्रत्येक जिले के लिए संभावित लिंक्ड क्रेडिट प्लान (पीएलपी) तैयार करता है। पीएलपी राज्य के प्रत्येक जिले के लिए प्राथमिकता क्षेत्र के भीतर कृषि, संबद्ध और अन्य क्षेत्रों में ऋण क्षमता का अनुमान प्रदान करती है। ये अनुमान जिला स्तर पर अग्रणी बैंकों और राज्य स्तर पर एसएलबीसी के लिए वार्षिक ऋण योजना (एसीपी) तैयार करने के लिए एक आधार के रूप में भी काम करते हैं।
स्टेट फोकस पेपर, पीएलपी के परिणामों की परिणति है, जिसमें सभी जिलों की संभावनाओं और अनुमानों को समग्र रूप से राज्य के लिए एक समेकित दस्तावेज में शामिल किया गया है। वर्ष 2022-23 के लिए राज्य फोकस पेपर में उत्तराखंड राज्य में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए कुल ऋण क्षमता 28 हजार 528 करोड़ का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष के क्रेडिट योजना की तुलना में 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
स्टेट फोकस पेपर, भारत और राज्य सरकार दोनों की विभिन्न नीतिगत पहलों का भी संश्लेषण करता है। यह दस्तावेज 2022-23 के लिए नीतिगत पहल और बजट परिव्यय की प्राथमिकता के लिए राज्य सरकार के लिए मददगार साबित होगा। कार्यक्रम में सराहनीय कार्य करने वाले स्वयं सहायता समूहों, एनजीओ, सहकारी संस्थाओं, बैंकों व विभागों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर केबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, डा. धन सिंह रावत, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, आरबीआई के क्षेत्रिय निदेशक राजेश कुमार, भरसार विश्वविद्यालय के वीसी प्रो.अजीत कुमार कर्नाटक उपस्थित थे।
प्रदेशवासियों को दी नववर्ष की बधाई
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी प्रदेशवासियों को नववर्ष 2022 की बधाई दी है। नववर्ष की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों के सुख, शांति व समृद्धि की कामना की है। आने वाला वर्ष हम सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने हर विभाग से अगले दस साल का रोड मैप मंगवाया है, ताकि हम भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप राज्य के विकास का खाका खींच सकें। उत्तराखंड को लेकर हमारी नीति और नीयत दोनों ही स्पष्ट हैं, ईमानदार हैं। जिस विकास पथ पर अपना उत्तराखण्ड बढ़ चला है, हमें इस यात्रा को रुकने नहीं देना है। हमने अपने प्रदेश को, राज्य की रजत जयंती वर्ष 2025 तक भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 2 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में कोविड से सफलापूर्वक लड़ाई लड़ी है। अभी भी हमें सावधानी बरतनी है। पूरे विश्व ने प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोविड से निपटने के लिये किये गये कार्यों की सराहना की है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से नये वर्ष का उत्सव मनाते समय कोविड गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है। साथ ही लोकसाक्ष्य की ओर से सीएम से भी अपील की जाती है कि आप स्वयं भी मास्क लगा लिया करो।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।