सड़क किनारे व्यक्तियों से सामना होने पर नजरें मिलाने लगा गुलदार, फोटो खिंचवाने के बाद माना, फिर गया जंगल की ओर
ल्मोड़ा जिले से गुलदार की ऐसी तस्वीर वायरल हुई, जिसमें गुलदार फोटो के लिए पोज देता नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि फोटो खिंचवाने के बाद ही ये व्यस्क गुलदार जंगल की ओर गया।
गुलदार को भी क्या फोटो खिंचवाने का शोक चर्रा गया है। या फिर इसे इत्तेफाक ही कहा जा सकता है। अचानक यदि किसी के सामने गुलदार आ जाए तो हाथ पांव फूल जाएंगे। वहीं, गुलदार भी ज्याादा लोगों को देख रास्ता बदल देगा, क्योंकि वह भी अनावश्यक रूप से परेशानी में पड़ना नहीं चाहता। अल्मोड़ा जिले से गुलदार की ऐसी तस्वीर वायरल हुई, जिसमें गुलदार फोटो के लिए पोज देता नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि फोटो खिंचवाने के बाद ही ये व्यस्क गुलदार जंगल की ओर गया।पर्वतीय क्षेत्र में मानव का अक्सर वन्य जीवों से सामाना हो जाता है। फार्मासिस्ट गजेंद्र पाठक और उनके साथियों ने तो सड़क किनारे बैठे गुलदार की खूब फोटो खींची। वह साथियों के साथ शीतलाखेत की तरफ जा रहे थे। दोपहर बाद करीब तीन बजे सड़क किनारे एक छोटे से मिट्टी के टीले पर उन्हें गुलदार दिखा। इस पर उन्होंने वाहन रोक लिया। गुलदार भागा नहीं और वाहन में बैठे लोगों से नजरे मिलाने लगा। इसके बाद वाहन सवार लोगों ने भी भीतर से ही उसकी तस्वीरें खींचनी शुरू कर दी। कम से कम तीन से चार मिनट तक गुलदार उनके सामने रहा। फिर वह उठा और वहां से चले गया।
जंगल बचाने के लिए शीतलाखेत में काम कर रहे गजेंद्र पाठक के मुताबिक अक्सर ही गुलदार दिख जाते हैं। जंगल में जब खाने की किल्लत हो जाती है तो वह प्राकृतिक आवास छोड़ भोजन की तलाश में आबादी की ओर आते हैं। प्राकृतिक असंतुलन से गुलदारों की प्रवृत्ति भी बदलने लगी है। इसलिए प्रकृति का संतुलन ना बिगड़े, इसके लिए सभी को आगे आकर प्रयास करने होंगे।




