लखीमपुर खीरी में डीप्टी सीएम और केंद्रीय मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा, आगजनी, आठ की मौत, कई घायल

बताया जा रहा है कि लखीमपुर में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी। इस घटना में दो किसानों की मौत हो गई है। प्रशासन के मुताबिक, इनमें से चार किसानों की मौत गाड़ी से कुचलकर हुई, जबकि 4 की मौत गाड़ी पलटने से हुई। घटना में 8 किसान घायल भी बताए गए हैं। इस घटना के बाद गुस्साए किसानों ने मंत्री के बेटे की गाड़ी समेत दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद से इलाके में हिंसा शुरु हो गई और वाहनों में आग लगा दी गई। इलाके में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है।
मरने वालों में चार नाम ही हुए उपलब्ध
गुरविंदर सिंह, उम्र – 20 साल, निवासी ग्राम – मकरोनिया नानपारा
दलजीत सिंह, उम्र – 35 साल, निवासी- बनजारा ठठ्ठा नानपारा
नक्षत्र सिंह, उम्र – 65 साल, निवासी – नयापुरवा धौरहरा
लवप्रीत सिंह, उम्र – 20 साल, निवासी – चौखड़ा फार्म मझगाई पलिया
केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने जी मीडिया से बातचीत में बताया कि इस घटना में 6 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों में 4 उनकी पार्टी के कार्यकर्ता हैं। वहीं 2 अन्य लोग हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उपद्रवियों ने गाड़ियों पर पत्थराव किया और 4 लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस घटना को सीएम योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया है। वे अपना गोरखपुर का दौरा बीच में छोड़कर लखनऊ वापस लौट रहे हैं। इसके साथ ही एडीजी और दूसरे अफसरों को लखीमपुर में भेजा जा रहा है।
किसान संगठनों का यह भी दावा है कि इसमें आठ किसान जख्मी भी हो गए हैं। लखीमपुर खीरी के जिला अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर डॉ. ललित कुमार ने बताया कि दो लोगों को मृत लाया गया था और एक गंभीर रूप से जख्मी हैं। साथ ही डॉ. कुमार ने बताया कि कोई पोस्टमार्टम नहीं किया गया है.। उसी इलाके से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने अपने गांव में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें डिप्टी सीएम भी शामिल होने वाले थे। किसानों ने केंद्रीय मंत्री मिश्रा के हालिया भाषण के विरोध में उनका रास्ता रोकने का फैसला किया था। मंत्री ने हाल ही बयान दिया था कि किसानों का प्रदर्शन 10-15 लोगों का है और उन्हें लाइन में लाने में सिर्फ दो मिनट लगेंगे।
किसान संगठन के एक नेता डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि किसानों ने यूपी के डिप्टी सीएम को हेलिकॉप्टर पर जाने से रोकने के लिए हेलीपैड के घेराव की योजना बनाई थी। प्रोग्राम खत्म होने के बाद ज्यादात्तर लोग वापस जा रहे थे। तीन कार आईं और किसानों पर चढ़ा दी गई। एक किसान की मौके पर ही मौत हो गई और एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। साथ ही उन्होंने कहा, संयुक्त किसान मोर्चा के एक नेता तजिंदर सिंह विर्क भी गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं और उन्हें लखीमपुर खीरी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘जो इस अमानवीय नरसंहार को देखकर भी चुप है, वो पहले ही मर चुका है, लेकिन हम इस बलिदान को बेकार नहीं होने देंगे- किसान सत्याग्रह ज़िंदाबाद!’
वहीं, प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है, ‘भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएंगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है. किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।
साथ ही यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है, ‘कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा, गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है। यूपी दंभी भाजपाइयों का ज़ुल्म अब और नहीं सहेगा. यही हाल रहा तो यूपी में भाजपाई न गाड़ी से चल पाएंगे, न उतर पाएंगे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।