आप नेता कर्नल कोठियाल ने फिर दोहराया, सियासत छोड़ो, मानो सुझाव, हम 48 घंटे में बना देंगे बैली ब्रिज
आप नेता कर्नल कोठियाल ने कहा कि सरकार अगर उन्हे और उनकी टीम को मौका दे तो वो रानीपोखरी में 48 घंटे में वैली ब्रिज बनाकर इस पुल को लोगो की आवाजाही के लिए लिए शुरु करवा देंगे।
उत्तराखंड में आप के वरिष्ठ नेता कर्नल (से.नि.) अजय कोठियाल बुधवार को देहरादून जिले के रानीपोखरी में पहुंचे जहां उन्होंने ऋषिकेश देहरादून को जोडने वाले टूटे ध्वस्त हुए पुल का निरीक्षण किया। ये पुल 27 अगस्त को तेज पानी के बहाव से क्षतिग्रस्त हो चुका है। साथ ही उन्होंने सरकार की ओर से बनाए जा रहे वैकल्पिक मार्ग का भी निरीक्षण किया। ये मार्ग भी गत दिवस भारी बारिश के दौरान बह गया था। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लचर व्यस्था के कारण बने वैकल्पिक मार्ग भी पानी के बहाव को नहीं झेल पाया और लोगों को आवाजाही में फिर भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है।कर्नल कोठियाल ने कहा कि हमने पहले भी इस मुद्दे को उठाते हुए कहा था कि सरकार अगर उन्हे और उनकी टीम को मौका दे तो वो 48 घंटे में वैली ब्रिज बनाकर इस पुल को लोगो की आवाजाही के लिए लिए शुरु करवा देंगे। सरकार अपनी फजीहत से डर से बचते हुए आनन फानन में यहां एक वैकल्पिक रास्ता तैयार करने की कोशिश की, जो एक बारिश को भी नहीं झेल पाया और पानी के बहाव में वो रास्ता भी बह गया।
उन्होंने कहा कि समस्याएं आने का ये मतलब नहीं कि इंसान अपनी जिम्मेदारियों से भाग खड़ा हो। सरकार के रवैये से तो ऐसा ही कुछ प्रतीत होता है। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी पुल की चेंकिग के लिए प्री मॉनसून और पोस्ट मॉनसून चेकिंग होती है। हमने सरकार को कहा था कि वो बरसात रुकने तक वैली ब्रिज बनाकर यातायात सुचारु करें, लेकिन सरकार ने ऐसा ना करते हुए वैकल्पिक मार्ग बनाया। इसका नतीजा सबके सामने है।
उन्होंने यहां हो रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां जिस तरह से निर्माण हो रहा है वो गुणवत्ता से बिल्कुल परे है। पाईपों का इस्तेमाल अब कम ही किया जाता है। यहां दोबारा इन्हीं पाईपों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसके पानी के आगे टिकने की गारंटी कम ही नजर आती है। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में राजनीति से हटकर उत्तराखंड की जनता के हितों को देखते हुए सरकार से ये कहना चाहते हैं कि गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए इस निर्माण के लिए हमसे सुझाव ले सकती है। काम वो अपने अधीन किसी भी विभाग से करवाए, ताकि निर्माण की सही जानकारी से ये एपरोच रोड के साथ इस पुल का भी ठीक तरह से निर्माण हो सके।
उन्होंने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि डिजास्टर में उनकी टीम की ओर से कई कार्य सफलतापूर्वक किए गए हैं और ऐसे समय में सरकार को भी राजनीति छोड़ते हुए जनता की भलाई के लिए उनके तर्जुबे का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने एक बार फिर 48 घंटे में पुल बनाने की बात दोहराते हुए सरकार से कहा अगर वो चाहे तो हम इस काम को राजनीति से हटकर करने को तैयार हैं।





