पिथौरागढ़ में बादल फटा, चार की मौत, तीन लापता, दो घायल, देहरादून में मकान ध्वस्त, दो बच्चे दबे, एक को बचाया, देखें मृतकों व लापता के नाम

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले की तहसील धारचूला से 12 किमी दूर कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग से लगे जुम्मा गाव में बादल फटने से भारी तबाही मची है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ आशीष चौहान से फोन पर बात कर गत रात्रि जनपद पिथौरागढ़ के तहसील धारचूला के ग्राम जुम्मा में भारी वर्षा से हुए नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि प्रभावितों को तत्काल हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जाए। सर्च व रेस्क्यू आपरेशन पूरी क्षमता के साथ चलाए जाएं। घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाए।
जिला पिथौरागढ़ से प्राप्त प्रारंभिक सूचना अनुसार गांव के जामुनी तोक में लगभग 5 तथा सिरौउड़यार तोक में 2 आवासीय मकान क्षतिग्रस्त होने तथा पांच लोगों की मौत हुई है। मृतकों में तीन बच्चों सहित चार के शव बरामद कर लिए गए हैं। तीनअन्य लोग लापता बताए जा रहे हैं। साथ ही दो घायल हैं। घटना देर रात करीब डेढ़ बजे की है। सूचना के तत्काल बाद घटना क्षेत्र में राजस्व,एसएसबी, पुलिस, एसडीआरएफ तथा रेस्क्यू टीम पहुंच गई थी। तथा एनडीआरएफ भी मौके पर है। उक्त घटना के संबंध में जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने जिला आपदा परिचालन केन्द्र में आईआरएस के अधिकारियों के साथ बैठक कर तत्काल मौके पर राहत एवं बचाव कार्य कराने के साथ ही क्षेत्र में राहत सामग्री भेजने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधिक्षक घटना स्थल को रवाना हो रहे हैं। जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि क्षेत्र में सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण रेस्क्यू कार्य हैलीकॉप्टर से कराए जाने हेतु क्षेत्र में हैलीपैड तैयार किया जा रहा है।
दूसरी ओर, लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते प्रदेश में बदरीनाथ व गंगोत्री हाईवे समेत कुल 84 मार्ग बंद पड़े हैं। आवाजाही पूर्णरूप से बाधित होने से कई गांव में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को देहरादून और कुमाऊं के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि मंगलवार से मौसम फौरी राहत दे सकता है।
ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर तोताघाटी में भारी चट्टानों को हटाने का काम तेजी से चल रहा है। चार मशीनों से मलबा हटाने का काम चल रहा है। यहां दो स्थानों पर भारी मलबा आया है। वहीं, ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार को दूसरे दिन भी छोटे वाहनों की आवाजाही जारी रही। शुक्रवार को ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर फकोट के पास हाईवे का करीब 40 मीटर हिस्सा बह गया था, जिस कारण इस मार्ग पर आवागमन बंद हो गया था।
वहीं, भारत-चीन सीमा के गांवों का एकमात्र मार्ग जोशीमठ-मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग 15 दिन बाद खुला। यहां फंसे 10 वाहनों को देर शाम निकाला गया। उधर, कुमाऊं के पिथौरागढ़ में भूस्खलन से शिशु मंदिर विद्यालय क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि बागेश्वर में मिखिला-खलपट्टा गांव को जोड़ने वाला पैदल पुल टूट गया है। हल्द्वानी-नैनीताल हाईवे पर शनिवार को सड़क का 20 मीटर हिस्सा धंसने के बाद से वाहनों को डायवर्ट कर वाया भीमताल व कालाढूंगी भेजा जा रहा है। देहरादून में भी भारी बारिश के कारण कई सीमांत मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं। तमाम नदी-नाले अब भी उफान पर हैं। जिससे भू-कटाव और पुस्तों को नुकसान पहुंचा है।
मौसम विभाग की चेतावनी
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक 31 अगस्त को कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश गर्जन से साथ हो सकती है। एक सितंबर को भी देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ जिले के साथ ही शेष स्थानों पर भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दो और तीन सितंबर को भी देहरादून सहित गढ़वाल और कुमाऊं के कई इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।