महिला ने तीन बच्चों को दिया जन्म, एक घर में और दो एंबुलेंस में जन्मे, चारपाई पर उठाकर ले जाना पड़ा सड़क तक
उत्तराखंड में पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कें नहीं हैं और लोगों को जीवन बचाने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ता है। टिहरी जिले में गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने से पहले सड़क तक लोग चारपाई पर उठाकर ले गए।
उत्तराखंड में पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कें नहीं हैं और लोगों को जीवन बचाने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ता है। टिहरी जिले में गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने से पहले सड़क तक लोग चारपाई पर उठाकर ले गए। तब जाकर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया। महिला ने एंबुलेंस में ही दो बच्चों को जन्म दिया। इससे पहले वह घर पर भी एक बच्चे को जन्म दे चुकी थी।टिहरी जिले के कीर्तिनगर क्षेत्र के बडियालगढ़ क्षेत्र की ये घटना है। बताया जा रहा है कि चौंरीखाल निवासी अंजू देवी को बीती रात दस बजे प्रसव पीड़ा हुई। इस पर परिजनों ने 108 एंबुलेंस सेवा को फोन किया। घर तक सड़क नहीं थी, इस कारण महिला को सड़क तक करीब आधा किलोमीटर दूरी तक चारपाई से ले जाने की व्यवस्था की गई। इस बीच घर पर ही उसने एक बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद स्वजन महिला को आधा किमी पैदल चारपाई पर उठाकर सड़क तक लाए। जहां पर एंबुलेंस खड़ी थी।
इसके बाद एंबुलेंस महिला और नवजात को लेकर श्रीनगर अस्पताल के लिए रवाना हो गई। करबी सात किमी आगे चलने के बाद चिलेड़ी गांव के पास महिला ने एंबुलेंस में ही दो बच्चों को जन्म दे दिया। महिला की हालत ठीक है और वह श्रीनगर बेस अस्पताल में भर्ती है। इस संबंध में सीएमओ डा. संजय जैन ने बताया कि 108 सेवा के कर्मचारियों ने बेहद सही काम किया है, जिससे महिला का सुरक्षित प्रसव हो सका।





