हत्या को दिया दुर्घटना का रूप, ऐसे गिरफ्त में आया हत्यारा, पुलिस टीम को मिला इनाम
हत्या करने के बाद उसे दुर्घटना का रूप दे दिया गया। पहले सभी इसे दुर्घटना मान कर चल रहे थे। फिर पुलिस ने असल कहानी खोजने में कामयाबी हासिल की तो एसएसपी ने इसका खुलासा करने वाली टीम को नगद राशि देकर पुरस्कृत किया। मामला उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले का है।
बीती पांच अगस्त की दोपहर अल्मोड़ा जिले में करबला से लगे बेस तिराहा के पास ढलान में मिट्टी के ढेर से शव बरामद हुआ था। इसे गिरने के बाद मिट्टी में दम घुटने से मौत माना गया। पोस्टमार्टम में भी दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई थी। मृतक की शिनाख्त हर सिंह कनवाल पुत्र मोहन सिंह कनवाल निवासी सैनारगांव के रूप में हुई। अब इस प्रकरण का खुलासा पुलिस ने कर दिया। मिट्टी के ढेर में जिस व्यक्ति का शव बरामद हुआ था वह हादसा नहीं, बल्कि उसकी हत्या की गई थी। वारदात को दुर्घटना दर्शाने के मकसद से उसकी लाश बेस तिराहा के पास मिट्टी के ढेर पर फेंक दी गई थी। पुलिस ने हत्यारोपित को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
मृतक हर सिंह के भाई लछम सिंह ने भाई की हत्या की आशंका जताई थी। इस संबंध में कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। कोतवाल अरुण कुमार ने विवेचना शुरू की। इधर, एसएसपी पंकज भट्ट ने वारदात के खुलासे को टीम गठित की। तफ्तीश में पता लगा कि वारदात की रात कार यूके 01टीए 2775 का इस्तेमाल किया गया था। कोतवाल के मुताबिक विवेचना व सर्विलांस के आधार पर पर्याप्त साक्ष्य जुटाने के बाद विनोद लटवाल पुत्र पान सिंह निवासी देवली गांव लोधिया को हिरासत में लिया। कड़ी पूछताछ में वह टूट गया। उसने बताया कि बीती पांच अगस्त को हर सिंह ने नशे में गाली गलौज की थी। रात करीब 10 बजे होली एंजल स्कूल रोड पर विनोद लटवाल ने हर सिंह का कपड़े से गला घोट हत्या कर दी। फिर शव को कार की डिग्गी में डाल बेस तिराहा के पास ढलान में फेंक दिया।
पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त कार के साथ ही मृतक का कीपैड युक्त मोबाइल सेट व गला घोटने में इस्तेमाल कपड़ा बरामद कर लिया। एसएसपी पंकज ने गुडवर्क पर टीम में शामिल एसआइ नीरज भाकुनी, कांस्टेबल खुशाल राम, दिनेश नगरकोटी, दीपक खनका व राजेश भट्ट को पुरस्कृत किया।





