आंदोलनकारियों से बातचीत की पहल का स्वागत, समाधान नहीं निकला तो 23 अगस्त को विधानसभा से समक्ष होगा धरना
उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने मुख्यमंत्री की ओर से राज्य आंदोलनकारियों से बातचीत के लिए की गई पहल का स्वागत किया। साथ ही कहा है कि यदि दो सप्ताह के भीतर इस बातचीत का कोई निर्णय नहीं निकला तो वह आगामी विधानसभा सत्र के पहले दिन 23 अगस्त को विधानसभा के सम्मुख सत्याग्रह करेंगे।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल से ज्यादा समय के कार्यकाल में राज्य के तीनों मुख्यमंत्रियों ने आंदोलनकारियों से किसी तरह की बातचीत की पहल नहीं की है। दिल्ली में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनकी बातचीत के बावजूद भी सरकार ने कोई पहल करना उचित नहीं समझा था। यही कारण है कि आंदोलनकारियों को पहले 18 जुलाई को राजभवन का घेराव करना पड़ा। इसके बाद 8 अगस्त को मुख्यमंत्री आवास पर दस्तक देनी पड़ी।
प्रताप ने कहा कि उम्मीद है आंदोलनकारियों से बातचीत में कुछ सार्थक नतीजे निकलेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों को लॉलीपॉप देने से कुछ नहीं होगा। हमें आंदोलनकारियों की समस्याओं का समाधान चाहिए। यदि उनका समाधान नहीं निकलता तो गांधीवादी सत्याग्रह का रास्ता हम फिर अपनाएंगे।