रात मनाया पत्नी का जन्मदिन, फिर तबीयत बिगड़ने पर हुआ निधन, जानिए इस सामाजिक कार्यकर्ता के बारे में
सूचना अधिकार के माध्यम से भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाले व पहाड़ से आने वाले गरीब मरीजों का अच्छा उपचार करने के लिए संघर्ष करने वाले हल्द्वानी के सामाजिक कार्यकर्ता गुरविंदर सिंह चढ्ढा का देर रात निधन हो गया। बताया जा रहा है कि रात लगभग ढाई बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ा। इससे पहले वह पत्नी के जन्मदिन को मनाने परिवार सहित डिनर पर बाहर गए थे। सुबह उनके निधन का समाचार मिलते ही व्यापारी जगत और समाजसेवी संगठनों में शोक की लहर दौड़ गई।
उत्तराखंड के नैनीताल जिले में हल्द्वानी निवासी गुरविंदर सिंह चढ्ढा लंबे समय से हल्द्वानी में सामाजिक कामों में लगे थे। उन्होंने पहाड़ से आने वाले गरीबों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह ऐसे लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने, दवा उपलब्ध कराने से लेकर घर छोड़ने तक की व्यवस्था खुद करते थे। जनता की समस्याओं को प्रशासन के सामने रखने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
भोटिया पड़ाव में रहने वाले गुरविंदर सिंह चड्डा कई सालों से समाजसेवा कर रहे थे। वह रात दिन मरीजो से लेकर दुखियारों की मदद के लिए हमेशा आगे रहते थे। सूचना अधिकार अधिनियम से जानकारियां मांगकर उन्होंने कई भ्रष्टाचार उजागर किए। इससे शहर ही नही कुमाऊं भर में उनकी पहचान आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में फैली।
मंगलवार को गुरविंदर चड्डा की पत्नी रेनू का जन्मदिन था। शाम को पूरा परिवार डिनर करने के लिए बाहर गया हुआ था। वापस लौटने के बाद उन्हें खासी होने लगी। रात ढलते ढलते उनकी दिक्कत बढ़ने लगी तो करीब दो बजे अस्पताल ले जाया गया। उनको सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। शरीर का ऑक्सीजन लेबल काफी कम हो गया था। अस्पताल पहुंचने के कुछ देर बाद ही उनकी मृत्यु हो गई। इसी महीने 18 नवम्बर को गुरविंदर चड्डा का जन्मदिन भी था।
गुरविंदर चड्डा की मंगल पड़ाव में क्रॉकरी की शॉप है। उनके निधन के पता चलते ही परिवार को सांत्वना देने के लिए लोंगो का उनके घर पहुँचने शुरू हो गया। व्यापारी, समाजसेवी और राजनीतिक दलों से जुड़े लोग फेसबुक, व्हाट्सएप आदि सोशल प्लेटफार्म पर उनके निधन की सूचना डालकर दुःख जता रहे हैं।