दिल्ली एनसीआर में होगी बारिश, उत्तराखंड में चार दिन होगी भारी बारिश, भूस्खलन की चेतावनी, यलो अलर्ट जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले कुछ घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर के आसापस मानेसर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, खतौली, मोदीनगर, हापुड़ (यूपी), और राजस्थान के भिवाड़ी के आसपास के क्षेत्रों में 20-40 किमी / घंटा की गति के साथ हवा चलने और मध्यम तीव्रता के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई है।
लगातार चार दिन चली लू
उधर, जम्मू-कश्मीर में आज सुबह तेज हवाओं और बिजली कड़कने के साथ तेज बारिश हुई। दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में भी बृहस्पतिवार रात को बारिश हुई, जिससे लोगों को गर्मी से हल्की राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री ज्यादा था। दिल्ली में बृहस्पतिवार को इस महीने चौथे दिन लू चली थी।
आईएमडी ने शाम में दक्षिण दिल्ली, हरियाणा के गोहाना एवं रोहतक, उत्तर प्रदेश के रामपुर, चंदौसी, सहसवान और राजस्थान के नागर में गरज के साथ हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होने के साथ-साथ 20-40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने का पूर्वानुमान जताया है।
ये रहेगा तापमान
IMD ने यह भी अनुमान जताया है कि शुक्रवार को गरज के साथ बारिश हो सकती है तथा अधिकतम तापमान 40 और न्यूनतम पारा 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, गुरुवार की शाम छह बजकर पांच मिनट पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 161 था।
ये हैं मानक
एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच ”अच्छा”, 51 और 100 के बीच ”संतोषजनक”, 101 और 200 के बीच ”मध्यम”, 201 और 300 के बीच ”खराब”, 301 और 400 के बीच ”बहुत खराब” और 401 और 500 के बीच ”गंभीर” श्रेणी में माना जाता है।
उत्तर भारत में गर्मी से लोग बेहाल
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, दिल्ली समेत उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है। दिल्ली में एक जुलाई को पारा 43.1 डिग्री सेल्सियस, दो जुलाई को 41.3 डिग्री सेल्सियस और सात जुलाई को 42.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी की घोषणा तब की जाती है जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा हो।
उत्तराखंड में चार दिन रहें सतर्क
राज्य मौसम विभाग केंद्र के मुताबिक, आज से 12 जुलाई तक राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। ऐसे मे संवेदनशील पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन, चट्टानों के धंसने की घटनाएं हो सकती हैं। साथ ही राजमार्ग व अन्य संपर्क मार्गों के अवरुद्ध होने की घटनाएं भी हो सकती हैं। नदी नालों का जल स्तर बढ़ेगा। निचले इलाकों में जलभराव की समस्या आ सकती है।
आज शुक्रवार यानी नौ जुलाई को पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है। साथ ही तेज बौछार के साथ भारी बारिश की संभावना है। 10 जुलाई को देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिले में आकाशीय बिजली चमकने, गर्जन के साथ तेज बौछार गिरने और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
इन दो दिन होगी बहुत भारी बारिश
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक 11 और 12 जुलाई को उत्तराखंड के उत्तरकाशी, देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल, पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी, चंपावत जिले में कहीं कहीं आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही भारी बारिश की संभावना है। 13 जुलाई को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश गर्जन के साथ हो सकती है।
बारिश से सीमांत क्षेत्र की मुश्किल बढ़ी
पिथौरागढ़ जिले में बारिश से लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी हैं। धारचूला व मुनस्यारी तहसील क्षेत्र में भारी बारिश से टनकपुर-तवाघाट हाइवे पर चीन सीमा से लगे गांवों को जोड़ने वाला पुल बह गया है। जिस कारण कूलागाड़ से लेकर चीन सीमा तक का क्षेत्र अलग-थलग पड़ चुका है। पांगला में पांच पैदल पुल बह गए। पैदल मार्ग, पेयजल लाइनों को भी क्षति पहुंची है। जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग में भी मलबा आने से बंद है। पिछले दिनों की बारिश के बाद बंद जौलजीबी-मुनस्यारी मोटर मार्ग दो दिन खुला। गुरुवार की बारिश के बाद सड़क फिर बंद हो गई है। बारिश से बंगापानी व मदकोट के बीच घिंघरानी के पास भारी मलबा आ गया।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।