भाजपा का चिंतन शिविर शुरू, 2022 का रोडमैप होगा तैयार, आप ने कहा- पांच सितारा रिसॉर्ट में ऐश कर रहे बीजेपी नेता

मदन कौशिक ने कहा कि चर्चा इसलिए भी जरुरी है, क्योंकि विपक्षी जहां महज अपने पोस्टर चस्पा करने को सेवा मानता रहा। वह धरना प्रदर्शन तक सीमित रहा और आम जनता के साथ खड़ा नहीं दिखा। महज खामियों की तलाश और उसे तूल देने की फिराक में रहा। सेवा कार्यो के लिए उसके पास वक्त नहीं रहा। वह लोगो के बीच में भय का वातावरण बनाने और टूल किट जैसी साजिश को भी तैयार रहा। इसका प्रतिकार किस तरह हो यह भी चर्चा का विषय होगा।
कौशिक ने कहा कि बैठक में 2022 के चुनाव का रोड मैप पर भी चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि रविवार को सुबह से विभिन्न कार्यक्रम व बैठको का दौर रहा। इनमे इ प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया। यह राष्ट्रीय स्तर पर चल रहा है। तत्पश्चात टोली बैठक में प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमन्त्री, प्रभारी, सह प्रभारी, महामंत्री संगठन और तीनों महामंत्री शरीक हुए। बैठक में तीन दिनों के कार्यक्रमों पर चर्चा की गई। तीन दिनों में कुल सात सत्र होंगे, जिनमें विभिन्न विषयों पर चर्चा के बाद मिशन 2022 रणनीति बनेगी।
विधिवत शुभारंभ
रविवार को सांय 7 बजे द्वीप प्रज्वलन के साथ विधिवत रूप से चिंतन शिविर का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र भंडारी, कुलदीप कुमार, सुरेश भट्ट, बंशीधर भगत, विशन सिंह चुफाल, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी, अजय भट्ट, नरेश बंसल, राज्य लक्ष्मी शाह, अजय टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एवं उनके मंन्त्रीमंडल के सभी सदस्य उपस्थित रहे।
देश की फिक्र से ज्यादा अपने ऐशो आराम में मस्त है बीजेपी नेता
उत्तराखंड में आप पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी ने रामनगर में चल रहे चिंतन शिविर को लेकर कहा कि बीजेपी को प्रदेश की जनता की कोई फिक्र नहीं है। प्रदेश की चिंता छोडकर बीजेपी नेताओं को सैरसपाटे और अपने ऐशो आराम की ज्यादा चिंता ज्यादा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश अभी भी कोरोना की दूसरी चपेट से पूरी तरह उबर नहीं पाया है, लेकिन बीजेपी नेता पांच सितारा रिसॉर्ट में चिंतन करने, आगामी विधानसभा चुनाव के नाम पर पिकनिक मना रहे हैं।
अमित जोशी ने कहा कि एक तरफ देवभूमि उत्तराखंड की जनता कोरोना महामारी, लचर स्वास्थ्य सेवाओं, महंगाई, बेरोजगारी और तमाम दूसरे संकटों से त्रस्त है। वहीं, दूसरी ओर सरकार से लेकर बीजेपी के नेता रामनगर के पांच सितारा रिसॉर्ट में मस्त हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस वक्त प्रदेश की जनता को सरकार से मदद की सबसे ज्यादा जरुरत थी, उस वक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर पूरी कैबिनेट और इनकी पार्टी गायब थी। उस वक्त आम आदमी पार्टी का हर कार्यकर्ता प्रदेश की जनता की मदद के लिए आगे आया। इससे सबक लेने के बजाय बीजेपी नेता अभी भी राजनीति और गद्दी के लालच में चिंतन कर रहे हैं ।
उन्होंने आगे कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर जल्द ही दस्तक दे सकती है। अभी भी प्रदेश में लाखों लोगों को टीके लगने बाकी हैं। तीसरी लहर को लेकर कोई तैयारी नहीं है। इस वक्त प्रदेश सरकार को हर युवा और बुजुर्ग को टीके लगवाने के लिए सोचना चाहिए था। कोरोना की तीसरी लहर की रोकथाम के लिए चिंतन करना चाहिए था। इन सभी बातों को छोडकर, बीजेपी को अपने चुनावों की रणनीति को लेकर चिंतन शिविर की चिंता ज्यादा है। जिसकी आप पार्टी कडे शब्दों में निंदा करती है।
जोशी ने आगे कहा कि बीजेपी के चिंतन शिविर का मतलब सिर्फ और सिर्फ राजनीति करना है। उसे प्रदेश की जनता के सरोकारों से कोई मतलब नहीं है। अगर भाजपा को चिंतन करना ही है तो राज्य के बदतर हालातों पर चिंतन करे। तीसरी लहर आयेगी तो पुरानी गलतियों से सीख लेते हुए चिंतन करना चाहिए। चिंतन करना चाहिए कि कोरोना काल में लोगों को अस्पतालों में बेड, आईसीयू और अन्य बुनियादी सुविधाएं तक क्यों नहीं मिल पाई ? लोग ऑक्सीजन सिलेंडर, इंजेक्शन और दवाइयों के लिए क्यों इधर से उधर भटकटे रहे थे? क्यों तब डबल इंजन का दम भरने वाली केंद्र सरकार ने उत्तराखंड की मदद नहीं की ? क्यों उत्तराखंड के हिस्से की वैक्सीन विदेशों को दे दी गई ? क्यों यहां के लाखों लोग आज भी वैक्सीन के लिए भटक रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कोरोना की दूसरी लहर और लॉकडाउन ने लोगों को बर्बाद करके रख दिया है। कोरोना में हजारों लोगों की जानें गई तो लॉकडाउन ने कई व्यापारियों को बर्बादी के मुहाने पर ला खडा कर दिया। लगता है कि सरकार इसके बाद भी सबक लेने को तैयार नहीं है। यदि सरकार ने सबक लिया होता तो कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाते।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज भी स्थितियां जस की तस हैं। राज्य सरकार नें जिन अस्पतालों को कोविड सेंटर बनाने की घोषणा की, उनकी जमीनी सच्चाई डराने वाली है। उन अस्पतालों में किसी तरह के इंतजाम नहीं हैं। बीजेपी की चिंतन बैठक सिर्फ एक छलावा है। इसमें सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया गया है। अगर सरकार में थोडी भी शर्म है तो इस चिंतन शिविर के दिखावे को छोडकर प्रदेश में बिगड़ी स्वास्थय हालातों पर ध्यान दें। सवा चार साल के अब तक के कार्यकाल में भाजपा सरकार ने इतने जन विरोधी कारनामे किए हैं कि उसके पाप का घड़ा भर चुका है। त्रस्त जनता 2022 में भाजपा की विदाई का मन बना चुकी है। इसलिए बीजेपी अब किसी गलतफहमी में ना रहे। क्योंकि जो धोखा उसने प्रदेश की जनता को दिया है ,जनता उन सभी का बदला इनसे जरुर लेगी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
भाजपा का चाल चरित्र ऐसा ही है