भारत में विदा हो रही कोरोना की दूसरी लहर, घट रहे नए संक्रमित, छह से आठ सप्ताह में तीसरी लहर की संभावना
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भारत में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ती नजर आ रही है। नए मामले लगातार घट रहे हैं। साथ ही मौत का आंकड़ा भी कम होता जा रहा है। वहीं, माना जा रहा है कि तीसरी लहर छह से आठ सप्ताह में आ सकती है।
भारत में कोरोना के नए मामलों ने शनिवार को भी कुछ राहत दगी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार 19 जून की सुबह जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमण के 60753 नए मामले दर्ज किए गए। इस दौरान यानी बीते 24 घंटे में 1647 मरीजों की जान गई है। वहीं, अब तक 385137 लोगों की मौत हो चुकी है।
एक्टिव केस की संख्या हो रही कम
पिछले 24 घंटों में 97743 मरीज ठीक हुए हैं। अब तक कुल 28678390 लोग इस घातक वायरस को मात देने में सफल रहे हैं। देश में एक्टिव केस 760019 रह गए हैं। पिछले 24 घंटे में नए मामलों के मुकाबले ठीक होने वाले मरीजों की संख्या लगातार 37वें दिन अधिक रही। दैनिक संक्रमण दर घटकर 2.98 प्रतिशत पर आ गई है। लगातार 12 दिनों से 5 प्रतिशत के नीचे बरकरार है।
टेस्टिंग और टीकाकरण
पिछले 24 घंटे में 19 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए गए हैं। 18 जून तक कुल 38 करोड़ से अधिक नमूनों का परीक्षण किया गया है। 24 घंटे में वैक्सीन की 3300085 डोज लोगों को दी गई। अब तक कुल 272388783 लोगों को कोरोना के टीके लगाए जा चुके हैं।
छह से आठ सप्ताह में आ सकती है तीसरी लहर
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर एम्स प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने बड़ा बयान दिया है। कहा कि अगले 6 से 8 हफ्तों में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। डॉ गुलेरिया ने एनडीटीवी में दिए गए साक्षात्कार में कहा कि जैसा कि हमने अनलॉक करना शुरू कर दिया है, फिर से कोविड-उपयुक्त व्यवहार की कमी देखने को मिल रही है। पहली और दूसरी लहर के बीच जो हुआ उससे हमने सीखा नहीं है। फिर से भीड़ बढ़ रही है। लोग भारी संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं। ऐसा रहा तो राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना के मामलों की संख्या बढ़ने में कुछ समय ही लगेगा। यह अगले छह से आठ सप्ताह के भीतर हो सकता है। हो सकता है इससे थोड़ा ज्यादा वक्त लगे। एम्स प्रमुख ने कहा कि यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि हम कोविड-उपयुक्त व्यवहार और भीड़ को रोकने के मामले में कैसे आगे बढ़ते हैं।
तीसरी लहर के खिलाफ लड़ाई जारी
देश में जारी कोरोना की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ रही है। जब यह पीक पर थी तो देश के विभिन्न हिस्सों में अस्पतालों का बुरा हाल था। अस्पतालों में बेड की भारी कमी देखने को मिली थी। लगभग सभी अस्पतालों में चिकित्सा आपूर्ति की कमी हो गई थी। सोशल मीडिया पर एसओएस संदेशों ने दुनिया का ध्यान खींचा था और कई देश मदद के लिए आगे आए थे। कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर पड़ते ही कई राज्यों ने प्रतिबंधों में ढील दी है। हालांकि, तीसरी लहर के खिलाफ तैयारी जारी है।
उत्तराखंड में जोड़े जा रहे हैं पिछली मौत के आंकड़े
उत्तराखंड में कोरोना के नए संक्रमित घट रहे हैं। साथ ही मौत के आंकड़ों में पिछली मौत के आंकड़े अभी भी जोड़े जा रहे हैं। शुक्रवार 18 जून की शाम स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरना से चार मौत हुई। साथ ही दो पुरानी मौत को इन चार मौत के साथ कुल योग में जोड़ा गया। इस तरह से कोरोना से कुल छह मौत को योग में जोड़ा गया है। ये मौत देहरादून और रुद्रप्रयाग जिले से हैं। देहरादून में 14 मई और रुद्रप्रयाग जिले से 25 मई की मौत का ब्योरा शुक्रवार को दिया गया। पिछली मौत के आंकड़ों को कुल योग में जोड़ने का क्रम 17 मई से शुरू हुआ। जो लगातार 11 जून तक चलता रहा। 12 और 13 जून को पिछली मौत के आंकड़े नहीं जोड़े गए। फिर 14 जून से पिछली मौत के आंकड़े जोड़े जा रहे हैं। ऐसे में मौत की दर भी बढ़कर 2.07 फीसद है।
घट रहे हैं नए संक्रमित
उत्तराखंड में शुक्रवार 18 जून को कोरोना के 222 नए संक्रमित मिले। एक दिन पहले गुरुवार 17 जून को 264 कोरोना के नए संक्रमित मिले थे। साथ ही शुक्रवार को 451 लोग स्वस्थ हुए। उत्तराखंड में कोरोना के कुल एक्टिव केस 3231 रह गए हैं। कंटेनमेंट जोन भी 33 से घटकर 31 हो गए हैं। यहां एक तरीके से पूर्ण लॉकडाउन है। कोरोना कर्फ्यू की अवधि बढ़ाकर अब 22 जून की सुबह छह बजे तक है।
धीरे धीरे सुधरने लगी सैंपलिंग की स्थिति
उत्तराखंड में 12 जून शनिवार को 19896 लोगों के सैंपल लिए गए। 13 जून को 14292 सैंपल लिए गए। 14 जून को 23304 सैंपल लिए गए। 15 जून को 24309 सैंपल लिए गए। 16 जून को 25581 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। 17 जून को 25009 लोगो के सैंपल लिए गए। 18 जून को 23435 सैंपल लिए गए। हालांकि शासन ने हर दिन सैंपलिंग का लक्ष्य 40 हजार निर्धारित किया है।
ब्लैक फंगस से अब तक 73 मौत
वहीं ब्लैक फंगस का भी हमला लगातार हो रहा है। शुक्रवार 18 जून जून को ब्लैक फंगस के 10 नए केस मिले और आज किसी मरीज की इससे मौत नहीं हुई। साथ ही 9 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। अब तक विभिन्न अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 433 मामले दर्ज किए गए। इनमें अब तक 73 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। वहीं, 58 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
सर्वाधिक संक्रमित देहरादून जिले में मिले
उत्तराखंड में शुक्रवार 18 जून को सर्वाधिक नए संक्रमित देहरादून जिले में मिले। देहरादून में 63, नैनीताल में 14, हरिद्वार में 46, उधमसिंह नगर में 10, चमोली में 7, बागेश्वर में 3, रुद्रप्रयाग में 12, अल्मोड़ा में 17, पिथौरागढ़ में 14, पौड़ी में 14, टिहरी में 11, उत्तरकाशी में 2, चंपावत में 8 नए संक्रमित मिले।
अब तक कुल 7017 मौत
उत्तराखंड में अब कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 338288 हो गई है। इनमें से 322258 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक प्रदेश में कुल 7017 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। मौत की दर 2.07 फीसद है। रिकवरी 95.26 फीसद है।
पिछले सात दिन के आंकड़े
उत्तराखंड में गुरुवार 17 जून को 264 कोरोना के नए संक्रमित मिले थे। बुधवार 16 जून को 353 कोरोना के नए संक्रमित, मंगलवार 15 जून को कोरोना के 274 नए, सोमवार 14 जून को 296 नए संक्रमित, रविवार 13 जून को कोरोना के 263 नए संक्रमित, शनिवार 12 जून को 463, शुक्रवार 11 जून को 287 नए संक्रमित मिले थे। वहीं, सात मई को सर्वाधिक 9642 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। शनिवार 15 मई को सर्वाधिक 197 मौत दर्ज की गई थी।
टीकाकरण अभियान में उतार चढ़ाव
उत्तराखंड में यदि टीकाकरण की बात की जाए तो शुक्रवार 18 जून को 486 केंद्रों में 393778 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। गुरुवार 17 जून को 385 केंद्र में 30400 लोगों को, बुधवार 16 जून को 346 केंद्रों में 27907 लोगों को, मंगलवार 15 जून को 427 केंद्र में 45572 लोगों को, सोमवार 14 जून को 521 केंद्र में कुल 55958 लोगों को, रविवार 13 जून को 298 केंद्र में 29450 लोगों को, शनिवार 12 जून को 363 केंद्र में 38338 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए थे।
31 स्थानों पर लॉकडाउन
उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 31 स्थानों पर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। संक्रमितों के लिहाज से ये संख्या घटती बढ़ती रहती है। यहां लॉकडाउन की स्थिति है। ऐसे स्थानों में सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। वहीं, लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। एक परिवार के एक सदस्य को आवश्यक वस्तु के लिए मोबाइल वेन तक जाने की अनुमति है। वहीं कोरोना कर्फ्यू 22 जून की सुबह तक है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
लहर कम हो रही है, पर सतर्क रहने की जरूरत है