देवस्थानम बोर्ड को भंग करने को लेकर सीएम को भेजा ज्ञापन, 21 जून से गंगोत्री में क्रमिक अनशन शुरू करेंगे तीर्थ पुरोहित
गंगोत्री धाम मंदिर समिति के पदाधिकारियों और तीर्थ पुरोहितों ने देवस्थानम बोर्ड से उत्तराखंड के चार धामों को अलग करने की मांग की। साथ ही बोर्ड को भंग करने और पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। कहा कि 21 जून से गंगोत्री में तीर्थ पुरोहित क्रमिक अनशन शुरू करेंगे।
गौरतलब है कि चारों धाम में देवस्थानम बोर्ड का विरोध हो रहा है। केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में भी पूजा को लेकर मंदिर समिति, तीर्थ पुरोहितों के बीच हाल ही में विवाद भी हुआ था। वहीं, गंगोत्री धाम में तो तीर्थ पुरोहितों के विरोध के चलते देवस्थानम बोर्ड का कार्यालय तक नहीं खुल पाया। अब तीर्थ पुरोहितों ने फिर से आर पार की लड़ाई का मन बना लिया है।
आज श्री गंगोत्री धाम के मंदिर समिति के पदाधिकारी और तीर्थ पुरोहितों ने उत्तरकाशी के जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। इसमें सीएम को याद दिलाया गया कि उन्होंने 11 अप्रैल को कुंभ के पावन पर्व पर साधु संतों के सानिध्य में घोषणा की थी 51 मंदिरों को देवस्थानम बोर्ड से बाहर किया जाएगा। इसके डेढ़ महीने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब मजबूर होकर तीर्थ पुरोहितों को जून से काली पट्टी बांधकर गंगा मैया की पूजा करेंगे। साथ ही 21 जून से क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा। उन्होंने तीर्थ पुरोहितों की भावनाओं का आदर करते हुए देवस्थानम बोर्ड के मंदिरों को बाहर करने की मांग की।
उत्तरकाशी से हरदेव सिंह पंवार की रिपोर्ट।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।