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July 3, 2025

12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद अब छात्रों को मूल्यांकन की चिंता, ये हो सकते हैं मूल्यांकन के आधार

सीबीएसई 12वीं बोर्ड और आइएससी की परीक्षा रद्द होने के बाद अब उत्तराखंड सहित मध्यप्रदेश, गुजरात और हरियाणा ने भी अपने यहां 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया।

सीबीएसई 12वीं बोर्ड और आइएससी की परीक्षा रद्द होने के बाद अब उत्तराखंड सहित मध्यप्रदेश, गुजरात और हरियाणा ने भी अपने यहां 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया। साथ ही फैसला लिया कि सीबीएसई जो भी मूल्यांकन के मानक तय करेगी, उसी हिसाब से वे भी अपने राज्यों में उसे लागू करेंगे। मूल्यांकन को लेकर छात्रों के मन में भी आशंका है। ऐसे में कई छात्र ऐसे भी हैं जो परीक्षा कराने के पक्षधर थे। वहीं, सरकारें साफ कह चुकी हैं कि यदि छात्र परीक्षा चाहेंगे तो सामान्य स्थिति में इस संबंध में सीबीएसई का जो फैसला उसे लागू करेंगे। यानी बाद में छात्र परीक्षा देना चाहेंगे तो दे सकते हैं। जैसा हाईस्कूल बोर्ड की परीक्षा रद्द करने पर भी कहा गया था।
अब सवाल ये है कि स्थिति जब तक सामान्य होंगी, तब तक तो समय काफी बीत चुका होगा। यदि वर्तमान में छात्र को अपनी पसंद का स्कूल मेरिट के आधार पर भी नहीं मिला और वह परीक्षा देकर अच्छे अंक प्राप्त कर लेता है तो क्या उसे मनमुताबिक कॉलेज मिल जाएगा। फिलहाल सरकार का तर्क है कि वे कोरोना के चलते छात्र और शिक्षकों के जीवन से खिलवाड़ नहीं कर सकती है। परीक्षा रद्द करने का फैसला छात्र और शिक्षक हित में लिया गया है।
मूल्यांकन की चिंता
पीएम मोदी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में एक जून को सरकार ने सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द करने का फैसला किया था। इस फैसले से लाखों छात्रों और अभिभावकों ने खुशी जाहिर की है, लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि आखिर छात्रों का मूल्यांकन किस आधार पर किया जाएगा। बता दें कि सीबीएसई आज तीन जून को सुप्रीम कोर्ट में अपना फैसला बताएगा। अब देखना ये होगा कि परीक्षाएं रद्द होने के बाद किस तरह छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा। वहीं इसी बीच अब सूत्रों के हवाले से मूल्यांकन की प्रक्रिया को लेकर जानकारी मिली है।
मूल्यांकन के हो सकते हैं ये दो विकल्प
-जानकारी के मुताबिक, 12वीं के छात्रों का मूल्यांकन पिछली 2 कक्षाओं (10वीं और 11वीं) की अंतिम परीक्षाओं और 12वीं की आंतरिक परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर हो सकता है।
-या फिर कक्षा 10वीं के बोर्ड के परिणाम को कुछ वेटेज दिया जा सकता है और कुछ वेटेज कक्षा 12वीं के आंतरिक मूल्यांकन को दिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री का ट्विट
वहीं, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने एक ट्वीट में कहा था कि-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और बारहवीं कक्षा के छात्रों के मन में चिंता को समाप्त करने के लिए यह तय किया गया है कि वेल डिफाइन्ड क्राइटेरिया के आधार पर सीबीएसई बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी किया जाएगा।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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