उत्तराखंड की नदियों में बायोडायवर्सिटी का अध्ययन कर उनको बना सकते हैं साफ सुथरा
देहरादून में श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज में चले रहे दो दिवसीय पॉपुलर साइंस लेक्चर सीरीज के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में बैरकपुर राजगुरु सुरेन्द्रनाथ कॉलेज कोलकाता के विख्यात वैज्ञानिक एवं प्राचार्य प्रोफेसर मोनोजित रे ने अपना व्याख्यान “बायोडायवर्सिटी इन रिवर जलांगी, नाडिया, वेस्ट बंगाल” विषय पर दिया। प्रो मोनोजित रे ने बताया कि उत्तराखंड की विभिन्न नदियों में बायोडायवर्सिटी का अध्ययन कर उनको साफ सुथरा बनाया जा सकता। पानी के शुद्ध रहने के लिए पानी मे बायोडायवर्सिटी का होना अत्यंत आवश्यक है। बहुत सी नदियाँ जिनका पानी पीने योग्य नहीं था, उन नदियों का पानी बायोडायवर्सिटी के बढ़ने से बहुत अच्छा हो गया है।
आज के दूसरे सत्र में हेमवतीनंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय, श्रीनगर के भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर डॉ आलोक सागर गौतम ने “कोरोना पेंडेमिक पर्यावरण के लिए वरदान” विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ गौतम ने बताया कि अध्ययन से पता चला है कि पेंडेमिक के दौरान कारखाने, परिवहन, रेलवे आदि सब बंद होने पर वायु प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग में बहुत कमी आयी है।
कार्यक्रम में श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज एवं उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के एमएससी रसायन विज्ञान के छात्र- छात्राओं एवं शोधार्थियों ने प्रतिभाग किया। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रोफेसर मोनोजित रे और डॉ आलोक सागर से प्रॉजेक्ट एवं शोध कार्य करने के लिए टॉपिक्स एवं टिप्स पूछे। अपने उद्बोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो वीए बौड़ाई ने कहा कि प्रोफेसर मोनोजित रे एवं डॉ आलोक सागर गौतम के व्याख्यानों का छात्रों पर बहुत गहरा असर पड़ेगा और वो शोध के लिए अग्रसर होंगे।
डॉ संदीप नेगी ने कार्यक्रम का संचालन किया। डॉ हर्षवर्धन पंत ने प्रो मोनोजित रे, डॉ आलोक सागर, डॉ अतुल कुमार गुप्ता एवं बाहर से आये अन्य शिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय में प्रोफेसर यू सी मैनाली, डॉ दीपाली सिंघल, डॉ राकेश ढौडियाल, डॉ हरीश चंद्रा, डॉ आनंद कुमार, डॉ श्यामवीर सिंह, डॉ मनोज पुरोहित, डॉ आनंद सिंह राणा, डॉ महेश कुमार, डॉ अनिता कुमारी, सहित अनेक शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।