अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ग्राफिक एरा का डंका, डा. कमल घनशाला ईएसक्यूआर अवार्ड से सम्मानित
देहरादून। ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के चेयरमैन डॉ. कमल घनशाला ने एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का गौरव बढ़ाया है। दुबई में आयोजित भव्य समारोह में उन्हें प्रतिष्ठित ईएसक्यूआर क्वालिटी अचीवमेंट अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यूरोपीयन सोसायटी फॉर क्वालिटी रिसर्च (ईएसक्यूआर) का क्वालिटी अचीवमेंट अवार्ड विश्व भर के चुनिंदा संस्थाओं और नेतृत्वकर्ताओं को दिया जाता है। ऐसे लोगों में वे लोग होते हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों को न केवल अपनाते हैं, बल्कि उन्हें नए आयामों तक पहुंचाते हुए समाज और शिक्षा जगत में वास्तविक परिवर्तन लाते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डा. घनशाला को यह सम्मान मिलना इस बात का सशक्त प्रमाण है कि वह भारतीय उच्च शिक्षा को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाने वाले अग्रणी, दूरदर्शी और परिवर्तनकारी नेतृत्वकर्ता है। यह क्वालिटी अचीवमेंट अवार्ड इस तथ्य पर विश्व समुदाय की मुहर है कि डा. कमल घनशाला केवल एक उत्कृष्ट प्रशासक और सफल संस्थापक ही नहीं, बल्कि गुणवत्ता, नवाचार और सामाजिक विकास जैसे गणों के प्रतीक हैं। उन्होंने ग्राफिक एरा को एक श्रेष्ठ वैश्विक शिक्षण संस्थान के रूप में स्थापित किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डा. कमल घनशाला को यह अवार्ड ईएसक्यूआर के अध्यक्ष डेविड एन्ट्रैक ने प्रदान किया। दुबई में हुए इस भव्य समारोह में 41 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। गौरतलब है कि ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने पहले भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। देशभर के शीर्ष सौ विश्वविद्यालयों की एनआईआरएफ रैंकिंग में 48वीं रैंक हासिल की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा ने लगातार छः वर्षों से देश के सौ शीर्ष विश्वविद्यालय की एनआईआरएफ रैंकिंग में स्थान और बेहतर मुकाम के साथ हासिल किया है। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने हाल ही में क्यूएस सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग 2025 में भारत में 41वीं रैंक हासिल की है। डा. कमल घनशाला को यह अवार्ड मिलने की सूचना पहुंचते ही ग्राफिक एरा में जश्न मनाया गया।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो। यदि आप अपनी पसंद की खबर शेयर करोगे तो ज्यादा लोगों तक पहुंचेगी। बस इतना ख्याल रखिए।

Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।



