एलिवेटेड रोड परियोजना की जन विरोधी सच्चाई को जनता के बीच उजागर करने का अभियान चलाएगा उत्तराखंड इंसानियत मंच
उत्तराखंड इंसानियत मंच देहरादून में प्रस्तावित एलिवेटेड रोड परियोजना की जन विरोधी सच्चाई उजागर करने को लेकर जनता के बीच अभियान चलाएगा। मंच की बैठक में तय किया गया कि प्रस्तावित परियोजना के विरोध में मंच सभी संघर्षरत संगठन व व्यक्तियों को अपना सहयोग व भागीदारी प्रदान करते हुए इस लड़ाई को संयुक्त संगठित संघर्ष के रूप मे विकसित करने का भी प्रयास तेज किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में रिस्पना और बिंदाल नदी के ऊपर एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव है। इस प्रस्ताव को कैबिनेट से भी मुहर लग चुकी है। ऐसे में सड़क निर्माण की जद में इन दोनों नदियों के किनारे की बस्तियों के कई मकान आ रहे हैं। वहां के लोगों को नोटिस भी भेजे जा रहे हैं। वहीं, विभिन्न विपक्षी राजनीतिक दल और समाजिक संगठन एलिवेटेड रोड का विरोध कर रहे हैं। वे इन सड़कों के निर्माण को पर्यावरण की दृष्टि से भी घातक बता रहे हैं। साथ ही प्रभावित होने वाले लोगों के पुनर्वास और समुचित मुआवजा की मांग भी की जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में कचहरी स्थित शहीद स्मारक स्थल में उत्तराखंड इंसानियत मंच की बैठक मे उपस्थित सभी संगठन व समाज के जागरुक बुद्धिजीवियों की आहूत बैठक मे यह भी निर्णय लिया गया कि इंसानियत मंच के सदस्य अपने अपने क्षेत्र मे आयोजित सरकार की जन सुनवाई बैठकों में प्रतिभाग करेंगे। एलिवेटेड रोड के विरोध में चलाए जा रहे बस्ती बचाओ अभियान, दून समग्र विकास अभियान एवं सीडीएस संगठन की ओर से जो न्यायिक हस्तक्षेप और शोध कार्य करते हुए जन जागरण का प्रयास किया जा रहा है, उसे पूरा सहयोग दिया जाएगा। साथ ही आंदोलन में भागीदारी का भी निर्णय लिया गया। 10 तारीख को जन सुनवाई समाप्त होने के बाद एक बड़ी बैठक रखने का भी फैसला लिया गया। साथ ही 21 सितंबर के प्रदर्शन में सक्रिय भागीदारी का भी निर्णय लिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में वक्ताओं ने इस परियोजना से देहरादून- मसूरी के ही नहीं, बल्कि इससे पूरे उत्तराखंड पर पड़ने वाले दुष्परिणाम के संबंध में चर्चा की। साथ ही इस सच्चाई को जनता तक पहुंचाने का भी सभी से आह्वान किया। बैठक में मुख्य रूप से डॉ. रवि चोपड़ा, ईरा, शंकर गोपाल, कमला पंत, हरि ओम पाली, निर्मला बिष्ट, तुषार, नंद नंदन पांडे, प्रो . राघवेन्द्र, रजिया बेग, चंद्र कला, वैज्ञानिक परमजीत, रामन्ना, विमला, अलमास, लताफत हुसैन, स्वाति नेगी, अशोक कटारिया व अन्य कई लोगों ने अपने विचार रखे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




