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September 29, 2025

उत्तराखंड में बारिश से तबाही, कई जिलों में बादल फटे, एक महिला की मौत, कई लापता, जानिए मौसम का पूर्वानुमान

उत्तराखंड में बारिश से आपदा के चलते जगह जगह तबाही मच रही है। रुद्रप्रयाग में एक महिला की मौत हो गई। वहीं चमोली और टिहरी जिले में भी बादल फटने से तबाही की सूचना है। साथ ही कई लोग लापता हैं। वहीं, अभी एक सप्ताह तक भी राज्यभर में बारिश से राहत की उम्मीद नहीं है। यदि एक अप्रैल से लेकर हम 28 अगस्त की शाम तक के सरकारी आंकड़ों की बात करें तो राज्य में आपदा से 68 लोगों की मौत हो चुकी है। 105 लोग घायल हुए। 84 लोग लापता हैं। 87 बड़े मवेशी, 1344 छोटे मवेशी मर चुके हैं। 1828 घर हल्के क्षतिग्रस्त, 71 मकान आंशिक, 236 मकान पूर्व रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं, यदि सड़कों की बात करें तो राज्यभर में कुल 126 सड़कें अवरुद्ध हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

गुरुवार की रात मची तबाही
गुरुवार की रात उत्तराखंड में अलग-अलग जगहों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। रुद्रप्रयाग जिले के टेंडवाल गांव में मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई। 18 से 20 लोग यहां लापता बताए जा रहे हैं। वहीं चमोली जिले के देवाल ब्लॉक में भी बादल फटा है। इसमें पति-पत्नी लापता हैं और दो लोग घायल हो गए। साथ ही 20 मवेशी मलबे में दबे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

टिहरी के भिलंगना ब्लॉक के गेंवाली गांव में भी बादल फटा है। गनीमत यह रही कि यहां किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। इसके अलावा रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लॉक के छेनागाड़, बांगर सहित कई जगहों पर अतिवृष्टि से व्यापक नुकसान हुआ है। चमोली जिले की तहसील देवाल के मोपाटा में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। कुछ घरों के मलबे में दबे होने की सूचना है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि मोपाटा में रहने वाले तारा सिंह और उनकी पत्नी लापता बताए जा रहे हैं। विक्रम सिंह और उनकी पत्नी घायल हुए हैं। इनके आवास और गोशाला के मलबे में दबने की सूचना है। इसमें 15 से 20 जानवर भी मलबे में दबने की सूचना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक के गेंवाली गांव के ऊपर बीती रात को बादल फटने की घटना हुई है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि बादल फटने से कोई जनहानि नहीं हुई है। कृषि भूमि, पेयजल लाइन, विद्युत लाइनों को नुकसान पहुंचा है। राजस्व विभाग की टीम गेंवाली गांव रवाना हो गई है। अलग-अलग स्थान पर पैदल पुलिया और रास्ते टूट गए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

सीएम धामी ने कई जिलों के डीएम से की बात
जनपद रुद्रप्रयाग, चमोली और टिहरी के कुछ क्षेत्रों में बादल फटने की सूचना प्राप्त होते ही उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर राहत एवं बचाव कार्यों को त्वरित गति से संचालित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि प्रभावित लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जाए और किसी भी प्रकार की देरी न हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित आपदा प्रबंधन की उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में सभी मूलभूत सुविधाएं शीघ्र उपलब्ध कराई जाएं। सड़क, विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में उन्हें तत्काल सुचारु किया जाए। उन्होंने वर्चुअल माध्यम से रुद्रप्रयाग, चमोली और टिहरी के जिलाधिकारियों से बादल फटने की घटनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा राहत एवं बचाव कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि पूरे मानसून सीजन तक शासन और प्रशासन अलर्ट मोड पर रहे। जिलाधिकारियों द्वारा आपदा राहत कार्यों के लिए जो भी आवश्यक संसाधन और सुविधाएं अपेक्षित हों, उन्हें तत्काल उपलब्ध कराया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रभावित परिवारों को निर्धारित मानकों के अनुसार मुआवजा शीघ्र उपलब्ध हो। बैठक में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, प्रमुख सचिव शैलेश बगोली, अपर पुलिस महानिदेशक ए. पी. अंशुमान, सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय तथा विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखंड का मौसम
राजधानी देहरादून सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में गुरुवार की दोपहर से बारिश का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह शुक्रवार 29 अगस्त की सुबह करीब 11 बजे तक भी जारी रहा। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, 29 अगस्त से लेकर चार सितंबर तक राज्यभर के जिलों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान आकाशीय बिजली की गर्जन होगी और बारिश की तेज बौछार की भी संभावना है। पर्वतीय क्षेत्र में भूस्खलन, नदी नालों का जल स्तर बढ़ने की भी संभावना है। ऐसे में लोगों को बारिश के दौरान सुरक्षित स्थान पर रहने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पांच दिन का अलर्ट
मौसम विभाग ने आज 29 के लिए चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़, देहरादून, उधमसिंह नगर एवं चंपावत जिलों में, 31 अगस्त के लिए देहरादून और बागेश्वर, जिले के लिए, एक सितंबर को बागेश्वर, देहरादून, नैनीताल और पिथौरागढ़, दो सितंबर को बागेश्वर देहरादून और चमोली जिले में कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश, बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर का ओरेंज अलर्ट जारी किया है। शेष जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

देहरादून का तापमान
शुक्रवार 29 अगस्त की सुबह करीब 11 बजे तक देहरादून का तापमान अधिकतम सीमा 26 डिग्री सेल्सियस के करीब था। इसके न्यूनतम 24 डिग्री रहने की संभावना है। 30 अगस्त को न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी और 23 डिग्री हो सकता है। 31 अगस्त से लेकर पांच सितंबर तक देहरादून में अधिकतम तापमान क्रमशः 28, 24, 26, 28, 28, 30 डिग्री रहने की संभावना है। वहीं, इस दौरान न्यूनतम तापमान हर दिन 23 डिग्री रह सकता है। पांच सितंबर तक देहरादून में हर दिन बारिश हो सकती है।
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Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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