सीएम धामी बोले- सिंधु जल संधि पर रोक पाकिस्तान को करारा जवाब, एक्सपर्ट का मत है कि इसे लागू करने में लग सकते हैं दस साल

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत को लेकर पूरे देश में उबाल है। इस हमले में तीन मुस्लिम भी मारे गए थे। इसकी जानकारी के लिए आपको खबर के बीच में दिए जा रहे लिंक को पढ़ना होगा। इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर सरकार का साथ देने का ऐलान किया। वहीं, इस मामले को हिंदू मुस्लिम बनाने के प्रयास को भी देश की जनता ने मुंहतोड़ जवाब देने की कोशिश की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला, 28 लोगों की मौत
इस मामले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल एवं निर्णायक नेतृत्व में हुई सीसीएस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ लिए गए ऐतिहासिक और कठोर निर्णय पर अब कार्रवाई प्रारंभ हो चुकी है। इसी क्रम में भारत सरकार ने सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर पाकिस्तान को करार जवाब दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उठाए गए ये साहसिक कदम न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति पर मुहर लगाते हैं, बल्कि इससे दुश्मनों को भी यह स्पष्ट संदेश गया है कि भारत हर एक आतंकी हमले का मुँहतोड़ जवाब देने का तैयार है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर साफ कर दिया है कि अब खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। इस निर्णायक फैसले से आतंक को पनाह और बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान के मंसूबे चकनाचूर होंगे। इसी तरह अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद करने सहित अन्य फैसलों से भी पाकिस्तान को कड़ा संदेश गया है। वहीं, एक्सपर्ट का कहना है कि यदि सिधु जल संधि पर रोक लगाकर इस पर अमल किया गया तो इसकी व्यवस्था बनाते हुए भी दस साल का समय लग सकता है। ऐसा दावा देशबंदु लाइव चैनल में कई लोगों ने किया है। इसमें कितने सत्यता है, हमें पता नहीं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।