उत्तराखंड कांग्रेस को निकाय चुनाव के दौरान झटका, वरिष्ठ नेता मथुरा दत्त जोशी ने दिया इस्तीफा, मोबाइल बंद
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उत्तराखंड में स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर प्रचार अभियान गति पकड़ने के साथ ही कांग्रेस को बड़ा झटका मिला है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मथुरादत्त जोशी ने कांग्रेस के सभी पदों के साथ ही पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया। इसके बाद ही उनका मोबाइल बंद हो गया है। ताकि कोई उन्हें मनाने का प्रयास नहीं करे। मथुरा दत्त जोशी ने अपना इस्तीफा खुद कांग्रेस के मीडिया ग्रुप में शेयर किया। इस्तीफा शेयर करने के बाद ही उन्होंने अपना मोबाइल भी बंद कर दिया। इसके बाद ही मथुरा दत्त जोशी, पूर्व दर्जाधारी मंत्री व कांग्रेस नेता बिट्टू कर्नाटक एवं पूर्व कांग्रेस प्रदेश महामंत्री जगत सिंह खाती ने भाजपा का झंडा थाम लिया। सीएम धामी और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उन्हें बीजेपी ज्वाइन कराई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
क्या बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए तो नहीं उठाया कदम
मथुरा दत्त जोशी उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन के पद पर तैनात थे। साथ ही उनकी गिनती पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में थी। वह स्थानीय निकाय चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर नाराज चल रहे थे। ऐसे में सवाल उठता है कि जब टिकट बंटवारे को लेकर उनकी नहीं चली तो तब ही उन्होंने इस्तीफा क्यों नहीं दिया। अब स्थानीय निकाय के चुनावों में प्रचार अभियान तेज होना था, उन्होंने उस वक्त इस्तीफा क्यों दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने बीजेपी के स्लीपर सेल के तौर पर काम किया। उनके ग्रुप के एक व्यक्ति पहले आम आदमी पार्टी और फिर बीजेपी में गए। ऐसे में कांग्रेस के नेताओं की ओर से कहा जा रहा है कि बीजेपी के इशारे पर ही उन्होंने इस्तीफा दिया। क्योंकि जब टिकट बंटवारा हुआ और नामांकन प्रक्रिया भी पूरी हो गई। फिर नाम वापसी और अंतिम सूची तक जारी हो गई। ऐसे में इतने दिन इंतजार के बाद उनका इस्तीफा देना कहीं ना कहीं संदेह पैदा करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये लिखा इस्तीफा में
अपना इस्तीफा उन्होंने अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखा है। इसमें उन्होंने कहा कि- मैने अपने जीवन में 48 साल पूरी निष्ठा के साथ कांग्रेस पार्टी में सेवा की। मैं क्षुब्ध होकर कांग्रेस पार्टी की ओर से मुझे वर्तमान में प्रदत पदों अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य, कांग्रेस पार्टी उत्तराखंड की समन्वय समिति के सदस्य, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन, चुनाव समिति सदस्य के साथ ही कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देखें इस्तीफा
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पहले मथुरादत्त जोशी ने केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में खुद की दावेदारी की थी। तब उन्हें टिकट नहीं दिया गया। अब उन्होंने नगर निगम पिथौरागढ़ में मेयर पद के लिए अपनी पत्नी रुक्मणी जोशी की दावेदारी की थी। कांग्रेस पार्टी ने टिकट अंजू लुंठी को दिया। इसके बाद वह खुले मंच पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, साथ ही पार्टी के पदों से इस्तीफा देने की बात कह रहे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कई नेताओं के कटे टिकट, लेकिन कांग्रेस में जताया विश्वास
स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, मीडिया कोर्डिनेटर राजीव महर्षि, प्रदेश प्रवक्ता अभिनव थापर, प्रदेश महासचिव नवीन जोशी सहित कई नेताओं को पार्टी ने टिकट नहीं दिया। इसके बावजूद सभी ने कांग्रेस के निर्णय के प्रति विश्वास जताया। वहीं जोशी ने अचानक कांग्रेस को छोड़ दिया। हालांकि, उनका यह कहना कि पार्टी ने मुझे कुछ नहीं दिया। इसके जवाब में कांग्रेस का कहना है कि पार्टी ने उनकी पत्नी को जिला पंचायत सदस्य बनाया। वर्तमान में मथुरा जोशी पार्टी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष के अलावा प्रशासनिक कार्यभार भी देख रहे थे। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के बाद पार्टी में यही सबसे बड़ा पद माना जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश अध्यक्ष ने दिया था ये तर्क
हाल ही में मथुरा दत्त जोशी की की नाराजगी की खबरें मीडिया में सामने आने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि था दिल्ली से टिकट के फैसले के बाद इस तरह की बात करना समझ में नहीं आ रहा है। मथुरा दत्त जोशी हमारे वरिष्ठ हैं और सब उनका सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा था कि पिथौरागढ़ से पार्टी ने अंजू अंजू लुंठी को प्रत्याशी बनाया, उसने साल 2019 में स्वर्गीय प्रकाश पंत के निधन के बाद रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव लड़ने की हिम्मत दिखाई थी। अंजू विगत तीन साल से पिथौरागढ़ में कांग्रेस की जिलाध्यक्ष भी हैं और पार्टी कार्यक्रमों के आयोजनों से लेकर उन कार्यक्रमों में लगातार प्रतिभाग करती आ रही हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने आगे कहा था कि ऐसे में पार्टी ने उनकी मेहनत को देखते हुए मेयर प्रत्याशी बनाया है। इसलिए कांग्रेस के सभी नेताओं को मिलकर उनका साथ देना चाहिए। बता दें कि मथुरा दत्त जोशी ने हरीश रावत, प्रीतम सिंह और यशपाल आर्य पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन नेताओं ने ही उनका टिकट काटा है और पूर्व में भी उन्हें मौका नहीं दिया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।