कर्णप्रयाग रेललाइन के पहले स्टेशन तक लंबी दूरी की ट्रेन का संचालन शुरू, पहली ट्रेन में पहुंचा एक यात्री

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के पहले रेलवे स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश से रेलगाड़ियों का संचालन शुरू हो गया है। जम्मू तवी से आई पहली ट्रेन में एक यात्री ऋषिकेश पहुंचा। साथ ही ट्रेन के लोको पायलट महेंद्र सिंह का विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने स्वागत किया।
सोमवार को 10 बजकर 15 मिनट पर जम्मू तवी योगनगरी ऋषिकेश स्टेशन पर पहुंची। रेलवे ने यहां से लंबी दूरी की चार ट्रेन के संचालन को हरी झंडी दी थी। इसके अलावा तीन और रेलगाड़ियों का संचालन भी योग नगरी ऋषिकेश से प्रस्तावित है।
अब तक जम्मू से हरिद्वार के बीच संचालित होने वाली रेलगाड़ी ऋषिकेश से संचालित होगी। वहीं, हरिद्वार तक आने वाली प्रयागराज भी अब योगनगरी ऋषिकेश से शेड्यूल कर दी गई है। इसके अलावा दून हावड़ा और उदयपुर सिटी एक्सप्रेस को भी योगनगरी ऋषिकेश से संचालित किया जाएगा। इसके अलावा अहमदाबाद मेल, पुरी एक्सप्रेस और कोच्चि वैली एक्सप्रेस भी योग नगरी ऋषिकेश प्रस्तावित हैं। फिलहाल, इनका शेड्यूल तय नहीं हो पाया है।
योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का पहला स्टेशन है, जो पिछले साल बनकर तैयार हो गया था। ट्रायल के बाद योग रेलगाड़ियों के संचालन को हरी झंडी दे दी गई थी। इस बीच लॉकडाउन के चलते देशभर में रेल सेवाएं रोक दी गई। इससे योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से रेलगाड़ियों का परिचालन शुरू नहीं हो पाया था।
उत्तराखंड के सीएम ने पीएम और रेलमंत्री का जताया आभार
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट के पहले स्टेशन योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का विधिवत संचालन होने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। चारधाम सड़क परियोजना और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। प्रदेशवासियो का पहाड़ में रेल का सपना जल्द ही साकार होने जा रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और चारधाम सड़क परियोजना़, उत्तराखंड के लिए लाईफ लाईन साबित होगी। इनके बनने पर राज्य में आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी और बड़े पैमाने पर आजीविका के संसाधन विकसित होंगे। उन्होंने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब पर्यटक और श्रद्धालु रेल से आएंगे और उत्तराखंड के स्थानीय लोग भी अपने उत्पाद शहरों और बाजारों तक रेल से पहुंचा रहे होंगे।
सरकार की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि उत्तराखंड में 16,216 करोड़ रूपए की 125 किमी लम्बी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। इस परियोजना का पहला स्टेशन न्यू ऋषिकेश रेलवे स्टेशन बन कर तैयार हो चुका है। परियोजना को 2024-25 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री भी इस परियोजना पर लगातार नजर रखे हुए हैं। उनके द्वारा समय-समय पर इसकी प्रगति की समीक्षा की जाती रही है।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह प्रोजेक्ट रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल की प्राथमिकताओं में भी है। रेल मंत्रालय द्वारा इस पर तेजी से काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रेल निगम अधिकारियों के साथ स्टेशन निर्माण के दौरान कई बार निरीक्षण किए थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।