स्मार्ट सिटी में हुआ महा घोटाला, ये आरोप लेकर डीएम से मिले कांग्रेस नेता धस्माना, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का भी मिला साथ
स्मार्ट सिटी के नाम पर देहरादून में महाघोटाले का आरोप लगाते हुए उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्हें पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का भी साथ मिला और वह भी धस्माना के साथ जिलाधिकारी को ज्ञापन देने पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने स्मार्ट सिटी के कार्यों की जांच कराने की मांग की। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने धस्माना, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डाक्टर जसविंदर सिंह गोगी व प्रतिनिधिमंडल के ज्ञापन को जिलाधिकारी सविन बंसल को सौंपा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर कांग्रेस नेता धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्मार्ट सिटी के नाम पर भद्दा मजाक किया गया। पांच साल पहले शुरू हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के अंतर्गत हजारों करोड़ रुपया खर्च करने के बाद जब इस प्रोजेक्ट की सीईओ सोनिका ने प्रोजेक्ट को पूरा होने की घोषणा की, तो देहरादून के लोग ठगे से रह गए कि यह कैसा स्मार्ट शहर हमें मिला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि शहर में बदहाल सड़कें, सफाई व्यवस्था ध्वस्त, सीवर, बिजली पानी अस्पतालों का बुरा हाल है। ऐसे में साफ है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर सैकड़ों करोड़ रूपये का घोटाला हुआ है। इसकी उच्च स्तरीय व निष्पक्ष जांच करवाई जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर धस्माना ने जिलाधिकारी को महानगर में कांग्रेस के अभियान गड्ढों में सड़क और सड़कों में गड्ढे, की जानकारी दी। बताया कि देहरादून में विभिन्न सड़कों का भ्रमण करने के दौरान उन्हें कोई भी ऐसी सड़क नजर नहीं आई, जो दुरुस्त हो। देहरादून की मुख्य सड़कें राजपुर रोड, सहस्त्रधारा रोड, कैनाल रोड, दून यूनिवर्सिटी रोड, बंजारावाला, मोथरावला, कारगी, टिहरी विस्थापित क्षेत्र, हरिद्वार बाई पास रोड, जीएमएस रोड से आईटीबीपी इंद्रा नगर जाने वाली सड़क , ट्रांसपोर्ट नगर, सेवला कला आदि सड़कों का बुरा हाल है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि अधिकांश सड़कों को गड्ढों में ढूंढना पड़ता है। साथ ही कहा कि शहर में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। साठ फीसदी ट्रैफिक लाइट बंद रहने के कारण शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत तीन बड़ी सीवर व पानी की योजनाएं जेएनएनयूआरएम, एडीबी, अमृत योजना के तहत शहर में सीवर व पानी की लाइनों का काम शुरू किया गया था, लेकिन कोई भी कार्य शत प्रतिशत नहीं हो पाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि शहर भर में सीवर चोक होने और पीने के पानी की सप्लाई पूरी नहीं होने की शिकायत आम बात है। सबसे बड़ी आश्चर्य की बात यह है कि हजारों करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शहर के लिए कोई ड्रेनेज प्लान तैयार नहीं किया गया। इसका दुष्परिणाम जलभराव के रूप में इस बरसात में शहर के लोगों ने देखा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि सरकारी अस्पताल कोरोनेशन और सरकारी मैडिकल कालेज दून अस्पताल अव्यवस्थाओं के गढ़ बन गया है। जहां से रोजाना कोई ना कोई बुरी खबर आती है। उन्होंने शहर की चरमराई हुई सफाई व्यवस्था के बारे में भी सवाल उठाए। साथ ही कहा कि जब सड़क, बिजली, पानी, सफाई, ट्रैफिक, ड्रेनेज, स्वास्थ्य किसी भी क्षेत्र में संतोषजनक कार्य नहीं हुए तो शहर किस दृष्टि से स्मार्ट बना। यह बात जनता की समझ से परे है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि सिर्फ चार सड़कों में रंगाई पुताई और लैंप पोस्ट लगाने से शहर स्मार्ट नहीं होता। इसलिए कांग्रेस की मांग है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर खर्च हुए, उस पैसे का पब्लिक ऑडिट हो। साथ ही कार्यों की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए। कैंट रोड स्थित काली मंदिर में सीवर और बरसाती पानी घुसने की समस्या को भी धस्माना ने जिलाधिकारी को बताया। साथ ही इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जिलाधिकारी सविन बंसल ने धस्माना व प्रतिनिधिमंडल को कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की जांच के लिए वह मांग पत्र को शासन को प्रेषित कर देंगे। साथ ही उठाई गई समस्याओं पर अपने स्तर से जो भी कार्यवाही संभव है, वह करेंगे। कैंट रोड हाथीबड़कला स्थित प्रसिद्ध काली मंदिर परिसर में सीवर और बरसाती पानी घुसने की वह जांच करवा कर सख्त कार्रवाई करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रतिनिधिमंडल में देहरादून महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी, कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री एवं पीसीसी गोदावरी थापली, एडवोकेट सुनील अग्रवाल, राजकुमार जायसवाल, मुकीम अहमद, मगन सिंह पुंडीर, जितेंद्र जायसवाल, वंदना राही, पंडित विजेंद्र पैन्यूली, रमेश सिंह, पवन खरोला, राकेश खरोला आदि शामिल रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।