लेबनान में पेजर धमाके में मारे गए लोगों के जनाजे में शामिल लोगों के वॉकी-टॉकी में विस्फोट, 20 मौत, 450 घायल
लेबनान में तकनीकी का सहारा लेकर बड़े पैमाने पर नरसंहार किया जा रहा है। हिज़्बुल्लाह के सदस्यों की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर्स 17 सितंबर को अचानक फटना शुरू हो गए थे। इसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और 2800 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इन धमाकों के लिए हिज़्बुल्लाह ने इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया है। वहीं, इसराइल ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अब एक नई और मुसीबत लेबनान में देखने को मिली। 17 सितंबर को पेजर फटने के कारण जिन लोगों की मौत हो गई थी, उनमें से कुछ की अंतिम यात्रा के दौरान वॉकी-टॉकी में धमाके हुए। 18 सितंबर को वॉकी-टॉकी में हुए धमाकों में अब तक 20 लोगों की जान जा चुकी है और 450 से ज़्यादा घायल हैं। ये जानकारी लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने दी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पेजर ब्लास्ट की गुत्थी अभी सुलझी नहीं थी कि वॉकी-टॉकी में विस्फोट से फिर लोगों की जान चली गई। यही नहीं, घर, कारें, मोटरसाइकिल और सौलर सिस्टम भी फटने लगे। इस सब के बाद सवाल यही है कि लेबनान में आखिर हो क्या रहा है। कैसे अचानक से ये सब होने लगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पेजर धमाकों से ही लेबनान डरा-सहमा हुआ था। इन घटनाओं में मारे गए लोगों के जनाजे उठाए जा रहे थे, अचानक कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। जनाजे में ही लोगों के जेब में रखे ‘वॉकी-टॉकी’ फटने लगे और 20 लोगों की मौत हो गई। वहीं 450 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, पेजर धमाकों के एक दिन बाद वॉकी टॉकी में विस्फोट की घटना हुई है। एक दुकान, जिसमें वॉकी टॉकी रखे थे, उसमें भी आग लग गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूत्रों के मुताबिक, ये वाकी टॉकी 5 महीने पहले खरीदे गए थे। बताया जा रहा है कि पेजर भी करीब-करीब तभी खरीदे गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही धमाके हुए हिजबुल्लाह के दूसरे सदस्य वॉकी टॉकी से बैटरियां निकालकर फेंकने लगे। लेबनानी मीडिया के मुताबिक, घरों में लगे सौलर सिस्टम में भी विस्फोट हुए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बताया जा रहा है कि वॉकी टॉकी फटने की ये दर्दनाक घटना हिजबुल्लाह के गढ़ में हुई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बेरूत, बेका, नबातियेह और दक्षिणी लेबनान में सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं। ऐसा लग रहा है कि लेबनान में विस्फोटों की दूसरी लहर आ गई है। जिन वॉकी टॉकी में धमाके हुए, उनको हिजबुल्लाह इस्तेमाल कर रहा था। धमाकों का आरोप इजरायल पर लग रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लेबनान में मंगलवार 17 सितंबर को कम्युनिकेशन के लिए इस्तेमाल किए जा रहे सैकड़ों पेजरों में एक साथ धमाके हो गए थे। इस घटना में 12 लोगों की मौत और 2800 से ज्यादा लोग घायल हो गए। वहीं 200 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जब जेब में रखे पेजर एक के बाद एक फटने लगे तो कुछ ही समय बाद हिजबुल्लाह लड़ाकों की खून से लथपथ तस्वीरें और धमाके के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लेबनान में पेजर धमाके को लेकर कहा गया कि हो सकता है कि पेजर सिस्टम को हैक कर विस्फोट किया गया। इसका सीधा शक इजरायल और इसकी खुफिया एजेंसी मोसाद पर जताया जा रहा है। माना जा रहा है कि हैकिंग के जरिए पेजरों की लिथियम बैटरी को इतना गर्म कर दिया गया कि उनमें धमाका हो गया। दूसरी बात ये भी कही जा रही है कि पेजर बनाते समय या फिर उसकी आपूर्ति के समय सप्लाई चेन को कहीं भेज गया और हजारों पेजर में विस्फोटक प्लांट किए गए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।