उत्तराखंड में महिला उत्पीड़न के विरोध में कांग्रेस का मौन उपवास, हरीश रावत, करन माहरा और यशपाल आर्य यहां बैठे धरने पर
उत्तराखंड में महिलाओं से दुराचार के बढ़ते मामलों को लेकर कांग्रेस ने प्रदेशभर में धरने के कार्यक्रम आयोजित किए। धरने के दौरान मौन व्रत रखा गया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने अलग अलग स्थानों पर धरने में शामिल होकर विरोध दर्ज कराया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में अल्मोड़ा जिले के रानीखेत स्थित गांधी पार्क में भाजपा सरकार के खिलाफ मौन व्रत रख कर महिलाओं के उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर रोष जताया गया। मौन व्रत से पहले करन माहरा ने कहा कि उत्तराखंड में आए दिन महिलाओं से दुराचार की खबरे आती हैं। यदि देहरादून ओर रुद्रपुर जैसे बड़े शहरों में ही महिलाएं सुरक्षित नहीं हैंस तो ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में तो स्थिति और भयावह हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नैनीताल जिले के हल्दानी स्थित अंबेडकर पार्ट में जिला एवं महानगर कांग्रेस के मौन उपवास कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भागीदारी निभाई। मौन उपवास के बाद उन्होंने कहा कि भयमुक्त सरकार के अपने वायदे पर अमल करने में राज्य की भाजपा सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा की राज्य सरकार के कार्यकाल में आए दिन महिलाओं के प्रति अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। महिलाओं को सुरक्षा देने में प्रदेश सरकार नाकाम रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि रुद्रपुर में दुष्कर्म के बाद नर्स की हत्या, देहरादून में पुलिस चौकी से सटे आईएसबीटी परिसर में किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदातें सीधे पुलिस की लचर कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही हैं। ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मशार करने वाली तथा देवभूमि की अस्मित को कलंकित करने वाली घटनायें हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि लगातार घट रही जघन्य अपराध की इन घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य में कानून का राज पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। लचर कानून व्यवस्था के चलते अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि एक के बाद एक महिला अपराध की घटनाओं पर रोक लगने की बजाय दिन प्रतिदिन अपराध बढते जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि हाल ही में हरिद्वार के बहादराबाद में एक नाबालिग बच्ची के साथ न सिर्फ गैंगरेप हुआ, बल्कि दुष्कर्म के बाद उस बच्ची की नृशंस और जघन्य हत्या तक कर दी गई। देहरादून में ही 15 वर्षीय नाबालिग के मुंह बोले मामा की ओर से किया गया दुराचार का मामला हो, या पटेल नगर में 6 माह की बच्ची और उसकी मां की हत्या हो। उसके बाद बनबसा में बलात्कार की घटना होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी तरह देहरादून के कैंट में शादी का झांसा देकर महिला के साथ कई महीनो से दुराचार किया जा रहा था। देहरादून के ही पटेल नगर में शौच के लिए घर से बाहर निकली 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची निर्वस्त्र अवस्था में मिली। द्वाराहाट की 19 वर्षीय दलित युवती के साथ तीन युवकों ने गैंग रेप किया। ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस प्रशासन कुंभकरण की नींद में सोया है। अपराधियों और बलात्कारी के अंदर पुलिस प्रशासन का कोई डर भय या आतंक नहीं है। सरकार की जिम्मेदारी थी कि वह प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करें, लेकिन वो इसमें पूरी तरह विफल साबित हुई है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।