श्री केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा को मिल रहे जन समर्थन से बौखलाई भाजपा: सूर्यकांत धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में पिछले पांच दिनों से चल रही श्री केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा को मिल रहे भरी जन समर्थन से भारतीय जनता पार्टी में भारी बौखलाहट व बेचैनी है। इसके कारण सरकार के मुखिया पुष्कर सिंह धामी, उनके मंत्रीगण व पार्टी के पदाधिकारी अब यात्रा के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण का कांग्रेस विरोध कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि केदारनाथ धाम का प्रतीकात्मक स्वरूप कहीं ओर नहीं बनाया जा सकता है। साथ ही कांग्रेस इसे बीजेपी की सनातन विरोधी मानसिकता करार दे रही है। कांग्रेस का आरोप है कि धर्म के नाम पर बीजेपी और उससे जुड़े लोग बिजनेस कर रहे हैं। दिल्ली में केदारनाथ मंदिर का शिलान्यास उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने किया था। इसके विरोध में 24 जुलाई को हरिद्वार स्थित हरकी पैड़ी से कांग्रेस की ओर से केदारनाथ तक के लिए पदयात्रा शुरू की गई। इसे केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा का नाम दिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
करीब 15 दिन की इस यात्रा को लेकर भले ही कांग्रेस की ओर हर दिन की गतिविधियों के प्रेस नोट जारी नहीं हो रहे हैं, लेकिन इसके विरोध में बीजेपी के कई नेताओं की ओर से प्रेस नोट जारी हो रहे हैं। बीजेपी नेता इस यात्रा को फ्लाप साबित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। आज बीजेपी नेताओं के बयानों पर पलटवार करने के लिए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि यात्रा को लेकर भाजपा की बौखलाहट सामने आ रही है। उसके नेता इस सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं कि उनके समर्थकों ने जो दिल्ली में छद्म केदारनाथ धाम बनाने का काम किया, उसके नाम पर जारी क्यू आर कोड से आज भी चंदा उगाही क्यों बंद नहीं की गई। मंदिर का नाम नाम बदलने का विधिवत निर्णय अभी तक क्यों नहीं किया गया। वे उल्टा कांग्रेस पर श्री केदारनाथ धाम पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि वर्ष 2013 की आपदा के बहाने बीजेपी नेता अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। तब जब आपदा आई थी, उस समय जो मुख्यमंत्री थे, वे अब भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। उनके सुपुत्र भाजपा सरकार में धामी के साथ कैबिनेट मंत्री हैं। ऐसे में सवाल तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से पूछना चाहिए, जो बीजेपी में हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि कांग्रेस की पदयात्रा पूरी तरह से श्री केदारनाथ धाम की प्रतिष्ठा तो धूमिल करने के खिलाफ है। ये प्रतिष्ठा भाजपा व भाजपा सरकार की ओर से धूमिल की गई है, उसकी रक्षा के लिए की जा रही है। हम पूरी दुनिया को बताना चाहते हैं कि उत्तराखंड में पांच केदार हैं। छठा केदार नहीं हो सकता। ना ही कोई नया केदार धाम बनाया जा सकता है। इसी बात की तकलीफ भाजपा को है क्यूं है। वे चंदा एकत्रित करने के लिए उत्तराखंड के चारों धामों के प्रतिरूप बनाना चाहते थे। उनकी ये मंशा कांग्रेस की यात्रा से फ्लॉप हो गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि आज पूरा उत्तराखंड राज्य आपदा की गिरफ्त में है। कुमाऊं मंडल से लेकर गढ़वाल, तराई भाभर सहित सभी जगह अतिवृष्टि के कारण भयंकर स्थितियां बनी हुई हैं। जान माल का भारी नुकसान हो रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग व सैकड़ों संपर्क मार्ग ध्वस्त हैं। जन जीवन बुरी तरह प्रभावित है। यही नहीं, राजधानी देहरादून में साहिया के पास मार्ग अवरूद्ध होने के कारण एक नवजात को हायर सेंटर नहीं लाया जा सका। इसके कारण उसकी मृत्यु हो गई। सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त डाक्टर नहीं हैं। कहीं दवाएं नहीं और मरीज हलकान हैं। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली में मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए लॉबिंग में व्यस्त हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि आज जब राज्य के प्रत्येक जिले में आपदा आई हुई है। ऐसे में जिला प्रभारी मंत्रियों को अपने अपने प्रभार वाले जिले में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए लोगों के बीच होना चाहिए था। इसके बावजूद अधिकांश मंत्री दिल्ली में बड़ी कुर्सी की जुगत बिठाने में लगे हैं। जनता त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि चारधाम यात्रा रूट पूरी तरह से क्षति ग्रस्त हैं। चमोली जिले में जोशीशमठ से लेकर बद्रीनाथ तक सड़क अनेक स्थानों से गायब है। केदारनाथ रूट पर गौरीकुंड के पास दो सौ मीटर से अधिक सड़क गायब हो गई। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार यमुनोत्री में खरसाली से लेकर बड़कोट तक सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। आपदा प्रबंधन विभाग लापता है। बीजेपी और सरकार को क्या ये नजर नहीं आ रही है। या फिर उनका काम कांग्रेस को कोसना मात्र रह गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने का काम अखबारों में प्रेस नोट भेजकर, अधिकारियों की मीटिंग करने तक सीमित है। जमीन पर कुछ भी प्रगति नजर नहीं आ रही है। मुख्यमंत्री को तत्काल आदेश जारी कर अपने सभी मंत्रियों को आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भेजने के आदेश जारी करने चाहिए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।