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November 12, 2024

ग्राफिक एरा अस्पताल में नई तकनीक का कमाल, ढाई ईंच के चीरे से ओपन हार्ट सर्जरी

देहरादून में ग्राफिक एरा अस्पताल के विशेषज्ञों ने एक छोटा सा चीरा लगाकर सफल ओपन हार्ट सर्जरी कर दी। बड़े चीरे और सीने की हड्डी काटे बगैर एक हफ्ते में ऐसे दो आपरेशन करके इन विशेषज्ञों ने ओपन हार्ट सर्जरी की दिक्कतों को बहुत कम कर दिया है। इन दोनों मरीजों को ज्यादा दिन आईसीयू में भी नहीं रखना पड़ा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चिकित्सा विज्ञान की एकदम नई तकनीक के जरिये दो से ढाई ईंच का चीरा लगाकर ये ओपन हार्ट सर्जरी की गई है। सामान्य रूप से बाई पास सर्जरी या ओपन हार्ट सर्जरी के लिए पसलियों को जोड़ने वाली चेस्ट की हड्डी काटने के साथ ही करीब छह ईंच का चीरा लगाया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ढाई ईंच तक का चीरा लगाकर कामयाब ओपन हार्ट सर्जरी करने वाले विशेषज्ञों के दल के प्रमुख व ग्राफिक एरा अस्पताल के ह्रदय रोग विभाग के एचओडी डॉ अखिलेश पांडेय ने बताया कि इस नई तकनीक से ओपन हार्ट सर्जरी करने पर बहुत कम खून निकलता है और मरीज को आपरेशन के बाद होने वाला दर्द भी बहुत कम होता है। इस कारण मरीज को आईसीयू में कम दिन रखना पड़ता है और वह जल्द ठीक होकर घर चला जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

डॉ पांडेय ने बताया कि सामान्य विधि से ओपन हार्ट सर्जरी करने के बाद मरीज को करीब तीन महीने तक गाड़ी चलाने, बाल्टी, ब्रीफकेश आदि उठाने को मना किया जाता है, लेकिन इस तकनीक से ओपन हार्ट सर्जरी कराने पर अब मरीज हफ्ते – दस दिन बाद ऐसे सारे काम कर सकता है। उन्होंने बताया कि ऐसे दोनों आपरेशन देहरादून निवासी बुर्जुर्गों के किये गये हैं। इनमें एक की आयु 80 वर्ष है और दूसरे की 60 वर्ष। दोनों अब ठीक हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ पांडेय ने बताया कि इसी तकनीक से छह माह में ग्राफिक एरा अस्पताल में हार्ट के वॉल्ब बदलने के दस और छोटे बच्चों के दिल के छेद ठीक करने के छह आपरेशन किये गए हैं और ये सभी पूरी तरह सफल रहे हैं। नई तकनीक से ओपन हार्ट सर्जरी करने वाले विशेषज्ञों के इस दल में डॉ राज प्रताप सिंह, डॉ पुलकित मल्होत्रा और डॉ सत्य प्रकाश शामिल थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ग्राफिक एरा अस्पताल के निदेशक डॉ पुनीत त्यागी ने इसे हार्ट के आपरेशन के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव करार देते हुए कहा कि छोटा चीरा लगाने और चेस्ट की हड्डी न काटे जाने के बावजूद ओपन हार्ट और बाई पास सर्जरी करना मरीजों की परेशानी और दर्द कम करने वाली नई तकनीक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ग्राफिक एरा अस्पताल में दिल के वॉल्ब बदलने और हार्ट के छेद के आपरेशन इस तकनीक से करने के बाद ओपन हार्ट सर्जरी के लिए इसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया गया है। डॉ त्यागी ने कहा कि ग्राफिक एरा अस्पताल में नई तकनीकों से जुड़ी अत्याधुनिक मशीनों और बहुत अनुभवी विशेषज्ञ होने के कारण विभिन्न रोगों के उपचार में नई तकनीकें उपयोग में लाई जा रही हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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