बीजेपी पर सनातनी परंपराओं को तोड़ने का आरोप, विरोध में हरिद्वार से कांग्रेस निकालेगी केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा

उत्तराखंड कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर वैदिक और सनातनी परंपराओ को तोड़ने का आरोप लगाया। अब कांग्रेस इसके विरोध में हरिद्वार स्थित हरकी पैड़ी से केदारनाथ धाम तक केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा निकालेगी। इसकी घोषणा उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की भाजपा सरकार की ओर से विश्व सनातन धर्म की आस्था के केन्द्र श्री केदारनाथ ज्योर्तिलिंग के साथ छेड़छाड़ की गई। नई दिल्ली में केदारनाथ शिला ले जाकर सदियों पुरानी वैदिक एवं सनातनी परम्पराओं को तोड़ते हुए केदारनाथ मन्दिर के नाम पर मुख्यमंत्री की उपस्थिति में ज्योर्तिलिंग की स्थापना की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि समस्त हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का ऐसा काम किया गया है। इसका विरोध स्वयं ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य जी ने भी किया है। भारतीय जनता पार्टी सरकार के इस कृत्य को सनातन धर्म में आस्था रखने वाला कोई भी हिन्दू बर्दास्त नहीं करेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से राज्य की भाजपा सरकार के ऐसे कृत्यों के खिलाफ 24 जुलाई, 2024 से हरकी पैडी हरिद्वार से श्री केदारनाथ तक श्री केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा (पद यात्रा) निकाली जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये हैं मुख्य मुद्दे
1. हिन्दू शास्त्रों में पंच केदार का उल्लेख है। फिर छठे केदार का कोई औचित्य नहीं है। भाजपा सरकार की सहमति एवं मुख्यमंत्री की उपस्थिति में दिल्ली के जिस ट्रस्ट द्वारा मंदिर निर्माण किया जा रहा है। क्या उसका एकाउंट श्रीबद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के नाम है?
2. भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं देश के प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा श्रीकेदारनाथ ज्योर्तिलिंग की सदियों पुरानी परम्पराओं को धता बताते हुए गर्भगृह में फोटो खिंचवाकर परम्परागत नियमों का उलंघन किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
3. श्रीकेदारनाथ मन्दिर से 223 किलो सोने की चोरी की अभी तक जांच नहीं हुई। इसके विपरीत श्रीबद्रीनाथ-केदारनाथ मन्दिर समिति के अध्यक्ष द्वारा बयानबाजी की जा रही है कि सोना था ही नहीं, जबकि स्वयं मन्दिर समिति के अध्यक्ष द्वारा कुछ ही समय पूर्व 223 किलो सोने की सुरक्षा की मांग की गई थी। इसके साक्ष्य भी उपलब्ध हैं तथा समाचार पत्रों में भी इसका प्रचार-प्रसार किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
4. भाजपा सरकार द्वारा कृष्णा माई गुफा का नाम भी परिवर्तित कर मोदी गुफा किया जा चुका है। कृष्णा माई ने इस गुफा में बरसों तपस्या की थी। जिसके चलते इस गुफा का नाम सदियों पूर्व कृष्णा माई गुफा पड़ा था। भाजपा सरकार द्वारा इस गुफा के दर्शन हेतु रू0 1100/- फीस भी रखी जा रही है। आप सभी साथियों से आग्रह है कि श्री केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का कष्ट करेंगे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।