मंगलौर के दो बूथों पर कांग्रेस की दोबारा चुनाव की मांग, मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिले, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने दी ये प्रतिक्रिया
उत्तराखंड में बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा के उपचुनाव के लिए 10 जुलाई को मतदान हो गया। कांग्रेस ने मंगलौर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के एक कार्यकर्ता पर गोलीबारी का आरोप लगाया। साथ ही सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया। इस संबंध में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से भेंट की और दो बूथों पर दोबारा से चुनाव कराने की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरा दत्त जोशी के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिला। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि उत्तराखंड प्रदेश के 33-मंगलौर विधानसभा क्षेत्र में वोटिंग के दौरान सरकारी मशीनरी का खुला दुरूपयोग किया गया। यही नहीं लिब्बरहेडी में पुलिस प्रशासन एवं मतदान कर्मियों की मौजूदगी में गोलीबारी की घटना सामने आई है। इसमें बाहरी राज्यों से आये गुंडा तत्वों की ओर से राजकीय प्राथमिक विद्यालय लिब्बरहेडी के बूथ नम्बर 53-54 में मतदाताओं पर लाठी डंडों से प्रहार किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आरोप है कि गैर कानूनी हथियारों से लगभग 6-7 राउंड हवाई फायरिंग गई। इसमें कांग्रेस कार्यकर्ता शकील, सहबाग एवं शौकीन नामक व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। शौकीन नामक युवक की हालत गम्भीर बनी हुई है। मथुरा दत्त जोशी ने कहा कांग्रेस पार्टी की ओर से आठ जुलाई को ज्ञापन के माध्यम से शिकायत दर्ज की गई थी। इसमें बताया गया था कि मंगलौर विधानसभा क्षेत्र के अनेक हिस्सों में हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के नम्बरों वाली गाडियों में भाजपा के चुनावी पोस्टर लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता व बाहर से आये हुए नेतागण वोटरों को प्रभावित करने के लिए शराब व धन को खुले आम बांट रहे हैं। क्षेत्र में दहशत का माहौल बनाया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे चुनाव प्रचार के दौरान स्थानीय पुलिस प्रशासन पूरी तरह से राज्य सरकार के दबाव में कार्य करता रहा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों को जांच के नाम पर प्रताडित कर दहशत फैलाने का काम किया गया। चुनाव आयोग की ओर से कांग्रेस पार्टी की शिकायत का संज्ञान नही लिये जाने के चलते मतदान के दौरान जो घटना घटित हुई है। इसके लिए निर्वाचन आयोग एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेदार है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जोशी ने कहा कि मंगलौर विधानसभा क्षेत्र में मतदान के दौरान हुई गोलीकांड की घटना को लोकतंत्र के लिए उचित नहीं ठहराया जा सकता है। मंगलौर के लिब्बरहेड़ी में घटी इस गम्भीर घटना के लिए दोषियों एवं जिम्मेदार पुलिस प्रशासन के अधिकारियों पर निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि लिब्बरहेडी घटना के दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाय। मंगलौर विधानसभा क्षेत्र के लिब्बरहेड़ी के बूथ संख्या 53 एवं 54 में पुनः मतदान कराया जाय। जिससे लोकतंत्र की रक्षा की जा सके। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सहलाहकार अमरजीत सिंह, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी, स्वतत्रता संग्राम सेनानी प्रकोष्ट के महामंत्री अवधेश पन्त, आईटी सेल के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विशाल मौर्य, प्रवक्ता सुलेमान अली, अनुराग मित्तल, डॉ. सुरेन्द्र प्रजापति आदि शामिल थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लिब्बरहेड़ी की घटना स्वस्थ लोकतंत्र के लिए चिंता का विषयः करन माहरा
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने मंगलौर विधानसभा क्षेत्र के लिब्बरहेड़ी में घटे गोलीकांड एवं बूथ कैप्चरिंग की घटना की कठोर शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड जैसे शांतिप्रिय राज्य में इस प्रकार की घटना स्वस्थ लोकतंत्र के लिए गंभीर चिंता का विषय है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
करन माहरा ने कहा कि मंगलौर विधानसभा उपचुनाव में स्थानीय प्रशासन द्वारा पूरी तरह से भाजपा सरकार के दबाव में काम किया गया है। उन्होंने कहा कि जिस दिन से उपचुनाव की घोषणा हुई, उसी दिन से लगातार स्थानीय प्रशासन धामी सरकार के इशारों पर काम करता दिखाई दिया। यही नहीं प्रशासन पर कांग्रेस की चुनावी जनसभाओं को रोकने का भी दबाव बनाया गया। जिसकी शिकायत कांग्रेस पार्टी ने निर्वाचन आयोग से की, परन्तु इसका अभी तक संज्ञान नहीं लिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इसके परिणाम स्वरूप मंगलौर विधानसभा क्षेत्र के लिब्बरहेड़ी में मतदान के दौरान बाहरी राज्यों से आये गुंडा तत्वों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं व आम मतदाताओं पर लाठी डंडों व हथियारों से हमला किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की शिकायतों को दरकिनार किया जा रहा है। जांच के नाम पर केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि पुलिस एवं निर्वाचन आयोग के कर्मियों के सामने मारपीट और गोलीकांड की घटना से साबित हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी मंगलौर विधानसभा उपचुनाव को धनबल एवं बाहुबल के प्रयोग से जीतना चाहती है। स्थानीय जनता उसके इस सपने को कभी पूरा नही होने देगी। मतदान के दिन मतदाताओं पर जानलेवा हमला लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत है। जिसकी कठोर शब्दों में निंदा की जानी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
करन माहरा ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि मंगलौर विधानसभा उपचुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग तथा लिब्बरहेड़ी में घटी मारपीट व गोलीकांड की घटना की उच्च स्तरीय जांच की जाए। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के साथ ही निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव के दृष्टिगत बूथ नम्बर 53 एवं 54 में पुनः मतदान कराया जाय। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भाजपा ने उत्तराखंड में शुरू की बाहुबल व धनबल की राजनीतिः धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड में भी उत्तरप्रदेश व बिहार की तर्ज पर सत्ता के संरक्षण में बाहुबल व धनबल की राजनीति का श्रीगणेश मंगलौर के विधान सभा उप चुनाव में किया है। लिब्बहेड़ी के बूथ नम्बर 53 व 54 में कांग्रेस समर्थक वोटरों को डराने धमकाने के लिए उन पर लाठी डंडों से हमला कर और अंधाधुंध फायरिंग कर वोट से रोकने की घटना निंदनीय और शर्मनाक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि पहले तो सबसे शर्मनाक बात यह है कि भाजपा को मंगलौर सीट के लिए उत्तराखंड का कोई नेता या कार्यकर्ता नहीं मिला। फिर जिस धनपशु को वह हरियाणा से ले कर आई, उसने पूरे चुनाव प्रचार में उत्तरप्रदेश, हरियाणा, राजस्थान व दिल्ली के लोगों को ला कर चुनाव प्रचार करवाया। साथ ही स्थानीय जनता को डराने, शराब तथा पैसों का लालच दे कर वोट लेने का प्रयास किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि जब सभी हथकंडे अपना कर उनको अपनी हार साफ दिखाई देने लगी, तो आज के दिन कांग्रेस के समर्थन वाले बूथों पर हिंसा का तांडव किया गया और पुलिस मूक दर्शक बनी खड़ी रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन लगातार भाजपा प्रत्याशी के द्वारा किए जा रहे आचार संहित के उलंघन की शिकायत जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन व चुनाव आयोग से कर रहे थे। उन्होंने इस बात की आशंका जता कर पुलिस व प्रशासन को आगाह किया था कि मतदान को प्रभावित करने के लिए भाजपा प्रत्याशी किसी भी हद तक जा सकता है। उनकी चेतावनी व शिकायत को प्रशासन व चुनाव आयोग ने जान बूझ कर नज़रंदाज़ कर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व अध्यक्ष व अनेक पार्टी विधायक लगातार पुलिस से गुहार लगाते रहे, किंतु शासन, प्रशासन, पुलिस ने अराजकता के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। धस्माना ने कहा कि पूरे प्रकरण की वीडियोग्राफी पुलिस व चुनाव आयोग को उपलब्ध कराई गई है, लेकिन सत्ता के दबाव में ना तो पुलिस ने कोई कार्रवाई अराजक तत्वों के खिलाफ की। ना ही चुनाव आयोग ने। कांग्रेस पार्टी केंद्रीय चुनाव आयोग से मांग करता है कि जिन बूथों पर हिंसा की गई व वोटरों को वोट देने से रोका गया, उन पर पुनः मतदान करवाया जाए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।