तय समय पर केरल तट से टकराएगा मानसून, 106 फीसद बारिश का अनुमान, 30 मई से घटेगी हीट वेव
इन दिनों भारत के अधिकांश हिस्से भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं। कई राज्यों और शहरों में पारा 48 डिग्री से पार चल रहा है। मैदानी इलाकों में हीट वेव चल रही है। ऐसे में लोग गर्मी से परेशान हैं। राहत देने वाली खबर ये है कि 29 मई तक हीट वेव की स्थिति बनी रहेगी। 30 मई से हीट वेव का असर धीमा पड़ने लगेगा। इस दौरान वेस्टर्न डिस्टरबेंस उत्तर पश्चिमी भारत के इलाकों को प्रभावित करेगा और बारिश होगी। ऐसे में गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान
दक्षिण पश्चिम मानसून सीजन के दौरान उत्तर पूर्वी भारत को छोड़कर देशभर में औसत से अधिक बारिश होगी। भारतीय मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल डॉ. एम महापात्र ने सोमवार को दक्षिण पश्चिम मानसून सीजन पर जारी ताजा पूर्वानुमान में यह अहम बातें कही। उन्होंने कहा कि मानसून सीजन के दौरान औसत से अधिक बारिश का पूर्वानुमान है। मानसून सीजन के दौरान Long Period Average का 106% बारिश का पूर्वानुमान है। कोर जोन में जहां मानसून की वजह से ही कृषि होती है, वहां बारिश नॉर्मल से ज्यादा रहेगा। यानी औसत से ज्यादा बारिश होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
31 मई को केरल में दाखिल करेगा मानसून
मौसम विभाग की मानें तो मॉनसून अंडमान निकोबार तक पहुंच चुका है। 31 मई या पहली जून को मॉनसून केरल में दाखिल हो सकता है। आईएमडी का अनुमान है कि यह जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, उस हिसाब से 18 से 20 जून के बीच गोरखपुर या वाराणसी के रास्ते यूपी में दाखिल होगा। विभाग का कहना है कि लखनऊ में 23 से 25 जून के बीच मॉनसून की पहली बारिश होने का अनुमान है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बंगाल की खाड़ी में आते रहते हैं मई महीने में साइक्लोन
चक्रवाती तूफान रेमल फिलहाल कमजोर जरूर पड़ गया है, लेकिन मौसम विभाग ने उत्तर पूर्वी भारत के पांच राज्यों में मंगलवार को भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। ऐसे में पांच राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहां कल तेज बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, मई महीने में बंगाल की खाड़ी में इस तरह के साइक्लोन आते हैं, इसमें कुछ अप्रत्याशित नहीं था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस साल अच्छी बारिश की उम्मीद
उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में मॉनसून की बारिश के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2023-24 में यहां सामान्य बारिश की तुलना में 71 प्रतिशत यानी 829.8 मिलीमीटर के मुकाबले 589.3 मिमी. बारिश ही हुई थी। 2022-23 में 829.8 मिमी सामान्य वर्षा के मुकाबले 514.3 यानी 62 प्रतिशत बारिश ही हुई थी। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस बार मॉनसून में अच्छी बारिश की उम्मीद है। जून-अगस्त तक ‘ला नीना’ की स्थितियां बनने का अनुमान है। इस वजह से इस बार पिछले साल की तुलना में बेहतर बारिश की संभावना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य राज्यों में इस दिन होगी एंट्री
मौसम विभाग ने बताया कि बिहार में मॉनसून 15 जून तक पहुंच सकता है। इसके अलावा मध्य प्रदेश में 15 से 20 जून, राजस्थान में 25 जून से 30 जून, महाराष्ट्र में 10 जून तक और छत्तीसगढ़ में 15 जून तक मॉनसून के पहुंचने का अनुमान है। आईएमडी की मानें तो दिल्ली और एनसीआर के शहरों में मॉनसून 30 जून तक दस्तक दे सकता है। इन राज्यों में भी इस बार मॉनसून के दौरान पिछले कुछ साल की तुलना में अधिक बारिश होने का अनुमान जताया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भीषण गर्मी से परेशान है पूरा उत्तर भारत
अभी पूरा उत्तर भारत भीषण गर्मी और लू से परेशान है। दिल्ली-एनसीआर में तापमान 45-47 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। राजस्थान में भी पारा 47 डिग्री तक पहुंच चुका है। यही स्थिति हरियाणा, यूपी, पंजाब और मध्य प्रदेश की भी बनी हुई है। मौसम विभाग ने हीट वेव को लेकर पूरे उत्तर भारत के लिए अलर्ट जारी कर रखा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
30 मई से राहत की उम्मीद
फिलहाल राहत की बात यह है कि उत्तर पश्चिम भारत में हीट वेव की स्थिति 29 मई तक बनी रहेगी, लेकिन उसके बाद राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक, 30 मई से हीट वेव घटनी शुरू होगी। 30 तारीख से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस उत्तर पश्चिमी भारत के इलाकों को प्रभावित करेगा। इसकी वजह से वहां बारिश होगी और उत्तर पश्चिमी भारत में कुछ राहत मिल सकती है। अब सबको दक्षिण पश्चिम मानसून के केरल तट से टकराने का इंतजार है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में का मौसम
उत्तराखंड में बीते कुछ दिनों से गर्मी तल्ख तेवर दिखा रही है। मैदान से लेकर पहाड़ तक के अधिकतम तापमान में सामान्य से पांच-छह डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। हालांकि, पर्वतीय जिलों में कहीं कहीं बारिश भी हो रही है। ऐसे में सुबह और शाम के समय ऐसे इलाकों में राहत है। वहीं, मैदानी इलाके तप रहे हैं। सोमवार को भी दून में एक बार फिर रिकॉर्ड तोड़ गर्मी दर्ज की गई। दून का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 40.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले साल 2020 में इस दिन का यहां का तापमान 40.1 डिग्री रहा था। राजधानी देहरादून में दो तीन दिन के बाद गर्मी से हल्की राहत की उम्मीद है। साथ ही राज्य के कई जिलों में बारिश की उम्मीद भी जताई जा रही है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।