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August 2, 2025

75वां रामलीला महोत्सवः राम को राजा बनाने की तैयारी, मंथरा और कैकेई के षडयंत्र से मिला वनवास

राम विवाह के बाद अयोध्या में खुशियां थी। हर कोई इसलिए भी खुश था कि अयोध्या नरेश दशरथ (चरण सिंह) ने अपने ज्येष्ठ पुत्र राम (उपदेश भारती) को राजा बनाने की घोषणा की। लक्ष्मण के तो मानो पैर ही जमीन पर नहीं पड़ रहे थे। वह गली गली गाते घूम रहे थे कि-देखेंगे राम राज आज, धन्य भाग है। इसी दौरान खुशियां के अंबार के बीच मंथरा (विनोद) और कैकेई (संगीत) एक ऐसा षडयंत्र रचती हैं, जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

श्री आदर्श रामलीला ट्रस्ट राजपुर देहरादून में 75 वें हीरक जयंती श्रीराम लीला महोत्सव-2024 के चौथे दिन राम वनवास की लीला का मंचन किया गया। राजा दशरथ (चरण सिंह) ने गुरु वशिष्ठ (रघुबीर) सभी दरबार के अधिकारियों की सहमति से राम को राजा बनाने की घोषणा की। राजाज्ञा के अनुसार इस घोषणा की मुनादी करवा दी गयी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसे सुनकर अयोध्यावासी प्रसन्नता से नाचने गाने लगे। घर घर दीप मालाएं सजाई जाने लगी। खुशियों भरी बधाइयां गाई जाने लगी। इस मुनादी वाले की घोषणा को सुनकर कैकेई की प्रिय दासी मंथरा का दिमाग घूम गया और मंथरा (विनोद) ने कैकेई का दिमाग भ्रमित कर दिया। उसने कैकेई पुत्र भरत को अयोध्या का राज तथा राम को चौदह बरस का वनवास का वरदान राजा दशरथ से प्राप्त करने का षड्यंत्र रच दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसके क्रियान्वयन के लिए रामराज्य घोषणा की खुशियों के दौरान ही कैकेई कोपभवन में चली गई। राजा दशरथ के मनाने पर भी कैकेई ना मानी और देवासुर संग्राम में राजा दशरथ पर की गयी कृपा का बदला अपने दोनो वरदान हासिल कर किया। वरदान मांगा कैकेई ने राजा दशरथ से दो वरदान लेने का वचन प्राप्त कर लिया। इसके अनुसार एक वरदान मे भरत को अयोध्या का राज तथा राम को चौदह बरस का वनवास मांग ही लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

यही नहीं, कैकेई की बात सुनकर दशरथ मुर्छित होकर बिस्तर पर गिर जाते हैं। राम को जब वनवास की बात बताई जाती है तो वह पिता की आज्ञा को सहर्ष स्वीकारते हैं। उनके साथ लक्ष्मण और सीता भी चलने की जिद्द करते हैं और राम व लक्ष्मण राजसी वस्त्रों का त्यागकर साधुओं का वेश धारण कर लेते हैं। इसके साथ ही तीनों वनवास के लिए निकल पड़ते हैं। उनके साथ ही अयोध्या की जनता भी चलने लगती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हीरक जयंती श्रीराम लीला महोत्सव के चौथे दिवस पर श्री आदर्श रामलीला ट्रस्ट, राजपुर के संरक्षक विजय कुमार जैन, जय भगवान साहू, प्रधान योगेश अग्रवाल, मंत्री अजय गोयल, कोषाध्यक्ष नरेन्द्र अग्रवाल, आडिटर ब्रह्मप्रकाश वेदवाल, निर्देशक शिवदत्त अग्रवाल, चरण सिंह,योगेश अग्रवाल, स्टोर कीपर वेद प्रकाश साहू, स्टेज मैनेजर सुभाष कन्नौजिया, अन्य पदाधिकारियों में मोहित अग्रवाल, अमित रावत, अमन कन्नौजिया, अमन अग्रवाल, विनय शर्मा, अमन कन्नौजिया, करण कन्नौजिया आदि अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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Bhanu Prakash

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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