भव्यता के साथ मनाया डॉ. स्वामी राम का 26 वां महासमाधि दिवस, सामाजिक संस्था विनोबा सेवा आश्रम को स्वामी राम मानवता पुरस्कार
एचआईएचटी के अध्यक्षीय समिति के सदस्य व स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जॉलीग्रांट के कुलपति डॉ.विजय धस्माना ने एचआईएचटी के गौरवमयी इतिहास पर प्रकाश डाला साथ ही भविष्य की योजनाओं की भी जानकारी दी। ट्रस्ट स्वामी जी के उद्देश्य के अनुसार ही जन सेवा के पथ पर अग्रसर है।
इस दौरान एचआईएचटी के वार्षिक कैलेंडर-2022 का विमोचन भी किया गया। समारोह के आखिर में प्रति कुलपति डॉ.विजेंद्र चौहान ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके बाद दोपहर में आयोजित भंडारे में हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इससे पहले स्वामी राम सेंटर में ट्रस्ट के संस्थापक ब्रह्मलीन डॉ.स्वामीराम को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान स्वामी राम साधक ग्राम के प्रमुख स्वामी ऋतवान भारती, विक्रम सिंह, डॉ.प्रकाश केशवया, रजिस्ट्रार डॉ.सुशीला शर्मा, डॉ.सुनील सैनी, डॉ.रेनू धस्माना, मख्य चिकित्सक अधीक्षक डॉ.एसएल जेठानी, डॉ.मुश्ताक अहमद आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ.ज्योति द्विवेदी ने किया।
एसआरएचयू बेस्ट इंप्लवाई अवॉर्ड-2021
बेस्ट क्लीनिशियन अवॉर्ड
डॉ.वीना अस्थाना, डॉ.हेमंत नौटियाल
एसआरएचयू इनोवेशन अवॉर्ड-
डॉ.कुनाल
बेस्ट नर्सिंग अवॉर्ड
प्रदीप कुमार, विश्वनाथ शर्मा, गजेंद्र चौधरी, जिजू फिलिप, बलवंत सिंह रावत
बेस्ट पैरा मेडिकल अवॉर्ड
अनीता रावत, राजन देव, पंकज कुमार
बेस्ट ऑफिस स्टाफ अवॉर्ड
सुशील नौटियाल, विमल सिंह रावत, राजपाल सिंह नेगी, मनोज कुमार, राजीव जोशी, डॉली धस्माना, विक्रम सिंह राणा, अनिल सिंह राठौर।
बेस्ट सपोर्टिंग स्टाफ अवॉर्ड
मुकेश सोनकर, पुरुषोत्तम शर्मा, देवेंद्र सिंह, रघुवीर सिंह, चमन सिंह, विजय सिंह रौथाण, मंगल सिंह चौहान।
होम-स्टे प्रशिक्षित युवाओं को प्रमाण पत्र वितरित
समारोह में स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जॉलीग्रांट द्वारा द्वारा होम-स्टे के संचालन के लिए प्रशिक्षित युवाओं को ‘होम-स्टे उद्यमिता विकास प्रशिक्षण’ प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कुलपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि पहले चरण राज्य के सभी जनपदों से 100 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया। करीब 1000 युवाओं को प्रशिक्षण देना का हमारा लक्ष्य है।
विनोबा सेवा आश्रम को स्वामी राम मानवता पुरस्कार, पांच लाख रुपये और गोल्ड मेडल
साल 2003 से हिमालयन इंस्टिट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट (एचआईएचटी) देशभर में आर्थिक, पर्यावरण, विज्ञान संबंधी, सामाजिक व आध्यात्मिक क्षेत्र में समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली किसी एक प्रतिष्ठित संस्था अथवा व्यक्ति को स्वामी राम मानवता पुरस्कार प्रदान कर रहा है। एचआईएचटी के अध्यक्षीय समिति के सदस्य व एसआरएचयू जॉलीग्रांट के कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने बताया कि इस वर्ष स्वामी राम मानवता पुरस्कार-2021 करीब 40 वर्षों से उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में सामाजिक कार्यों को समर्पित संस्था ‘विनोबा सेवा आश्रम’ को स्वामी राम मानवता पुरस्कार-2021 से सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार के तौर पर उन्हें पांच लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र और गोल्ड मेडल प्रदान किया गया।
विनोबा सेवा आश्रम की स्थापना 1980 में रमेश भईया और पत्नी विमला बहन द्वारा की गई थी। शाहजहांपुर के बन-का-तारा (अब बरतारा के रूप में जाना जाता है) के अपराध-पीड़ित गांव की शराब का अवैध व्यवसाय चल रहा था। विनोबा सेवा आश्रम का पहला उद्देश्य गांव को शराब मुक्त बनाना था। आज आसपास के करीब 20 शराब मुक्त गांव हैं। 11 एकड़ भूमि में फैला आश्रम गांधीवादी सिद्धांतों द्वारा निर्देशित विविध गतिविधियों में लगा हुआ है। आश्रम में 1100 कार्यकर्ता हैं। सामाजिक कार्यों को समर्पित संस्था ‘विनोबा सेवा आश्रम’ को शिक्षा, स्वास्थ्य स्वावलंबन, गौ सेवा, जैविक खेती सहित ग्राम स्वाराज्य के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर करीब 50 से ज्यादा पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इसमें जागृति पुरुस्कार, प्रकृति गौरव पुरुस्कार, नाबार्ड द्वारा प्रथम स्वयं सहायता पुरुस्कार, नशा मुक्ति सम्मान, भारतीय स्टेट बैंक सेवा सम्मान, गांधी पुस्तकालय द्वारा प्रख्यात गांधी पुरुस्कार, गो उपासना सम्मान, जमनालाल बजाज पुरुस्कार, महिला शिरोमणि पुरस्कार, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यशभारती सम्मान प्रमुख हैं।
समाज को दी गई दिखा बेमिसाल
विनोबा सेवा आश्रम, शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश के संस्थापक रमेश भइया ने कहा कि परम् श्रद्धेय गुरूदेव डॉ. स्वामी राम ने शिक्षा एंव स्वास्थ्य के माध्यम से समाज को जो दिशा दी वह बेमिसाल है। उनके विचारों को आत्मसात कर नव भारत के निर्माण को नया स्वरूप दिया जा सकता है। विज्ञान व अध्यात्म के बल पर सामाजिक सेवा का उच्च उदाहरण स्वामी जी ने दिया। वह हमेशा से समाज के लिए प्रेरणा रहे हैं और रहेंगे। उनके नाम से सम्मान पाना मेरे लिए लिए गर्व की बात है। समाज सेवा के लिए हमारी प्रतिबद्धता और मजूबत होगी।
विश्व की धरोहर हैं डॉ. स्वामीरामः अजय भट्ट
रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री, भारत सरकार अजय भट्ट ने कहा कि डॉ.स्वामी राम जी विश्व की धरोहर हैं। स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय देश ही नहीं दुनिया के चुनिंदा संस्थानों में हैं, जहां एक छत के नीचे डॉक्टर, नर्सेज, इंजीनियर व मैनेजमेंट के छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं से एक-दूसरे से विचार साझा कर समाज व राष्ट्र की उन्नति में सहयोग देने का आह्वान किया।
युवाओं को स्वरोजगार मॉडल की तरफ प्रोत्याहित कर रही एसआरएचयू
एचआईएचटी के अध्यक्षीय समिति के सदस्य व कुलपति डॉ.विजय धस्माना के मुताबिक, स्वास्थ्य व शिक्षा के साथ-साथ ग्रामीण उत्थान के क्षेत्र में हिमालयन इंस्टिट्यूट अग्रणी भूमिका निभा रहा है। देशभभर के 534 गांव में स्वच्छ पेयजल पहुंचाया साथ ही 14000 से ज्यादा शौचालय निर्माण करवाया है। हिमालयन हॉस्पिटल में 74000 से ज्यादा रोगियों का आयुष्मान योजना के तहत उपचार किया। एसआरएचयू युवाओं को स्वरोजगार मॉडल की तरफ प्रोत्साहित कर रही है। उच्च शिक्षा वही कारगर है जो पलायन को रोके और युवाओं को उनके क्षेत्र में ही स्वरोजगार दे सके।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।