शराबबंदी वाले राज्य बिहार में दो दिन के भीतर जहरीली शराब पीने से 24 लोगों की मौत, कई बीमार
शराबबंदी वाले राज्य बिहार के गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण जिलों में पिछले दो दिनों में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य बीमार हो गए हैं।
शराबबंदी वाले राज्य बिहार के गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण जिलों में पिछले दो दिनों में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य बीमार हो गए हैं। पश्चिम चंपारण जिले के मुख्यालय बेतिया के तेलहुआ गांव में गुरुवार को कथित तौर पर शराब पीने से आठ लोगों की मौत हुई। वहीं, गोपालगंज में संदिग्ध नकली शराब पीने की एक अन्य घटना में गुरुवार को 16 लोगों की मौत की सूचना है। जिले में अधिकारियों ने छह और मौतों की पुष्टि की है। हालांकि, दोनों जिलों के प्रशासन ने अब तक मौतों के कारणों की पुष्टि नहीं की है। कई लोग बीमार भी बताए जा रहे हैं। बिहार में अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) लागू है, लेकिन यहां जहरीली शराब से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। साल 2021 में अब तक 15 अलग-अलग घटनाओं में जहरीली शराब से 80 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यही रफ्तार रही तो इस साल यह आंकड़ा सौ पार कर ले तो आश्चर्य नहीं।पिछले दस दिनों में उत्तरी बिहार में तेलहुआ शराब त्रासदी की घटना इस तरह की तीसरी घटना है। गोपालगंज पहुंचे बिहार के कैबिनेट मंत्री जनक राम ने संवाददाताओं से कहा कि मैंने उन लोगों के घर का दौरा किया है जिनकी कथित तौर पर नकली शराब पीने से मौत हुई है। उन्होंने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह एनडीए सरकार को बदनाम करने की साजिश है।
गोपालगंज के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आनंद कुमार ने कहा, “पिछले दो दिनों में जिले के मुहम्मदपुर गांव में कुछ लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हुई है। उनकी मौत के कारण की पुष्टि नहीं की जा सकती है, क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। तीन टीमें मामले की जांच कर रही है। स्थानीय पुलिस ने कहा कि कुछ शवों का उनके परिवारों ने अंतिम संस्कार कर दिया है।





